UP Police Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बड़ी कार्रवाई की है. मेरठ जिले से ही छह लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. इन सभी आरोपियों पर पेपर लीक में शामिल होने का आरोप है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि इन गिरफ्तारियों के बाद एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है. ये सभी गिरफ्तारियां कंकरखेड़ा इलाके से की गईं. एसटीएफ के मुताबिक, कई अहम दस्तावेज और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं. कंकरखेड़ा पुलिस अब पूछताछ में जुट गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस भर्ती परीक्षा लीक मामले में गिरफ्तार सभी छह आरोपी मेरठ के रहने वाले हैं. उनकी पहचान दीपू, बिट्टू, प्रवीण, रोहित, नवीन और साहिल के रूप में हुई है। गिरफ्तारी के बाद उनके पास से 8 मोबाइल फोन, प्रश्नपत्रों की फोटोकॉपी और उत्तर कुंजी बरामद की गईं। ये लोग मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल थे। आरोपी मेरठ के सराधना, टीपी नगर और कंकरखेड़ा इलाके के रहने वाले हैं। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने पूछताछ शुरू कर दी है. कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आये हैं.
यूपीपीआरबी अध्यक्ष को हटाया गया
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस रिजर्व कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने और परीक्षा रद्द होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को यूपीपीआरबी की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटा दिया था. सरकार ने 14 जून 2023 को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की 1990 बैच की अधिकारी रेणुका मिश्रा को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के महानिदेशक एवं अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी.
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एक अधिकारी ने बताया था कि 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण को बोर्ड के संचालन के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश पुलिस रिजर्व कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द कर दी और छह महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने का आदेश दिया.