UP News: उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सोमवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के एक बयान पर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जोरदार विरोध किया, जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
दरअसल, सपा विधायक समरपाल सिंह के एक सवाल पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव के एक पुराने बयान का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “नेताजी (मुलायम सिंह) का सम्मान तो बहुत किया। सपा वाले नेताजी की हर बात मानते हो। क्या वह बात भी मानेंगे… लड़कों से गलती हो जाती है?” इस बयान के बाद सदन में सपा विधायकों ने हंगामा खड़ा कर दिया।
विधानसभा में नारेबाजी, वेल में उतरे सपा विधायक
डिप्टी सीएम के बयान से नाराज सपा विधायकों ने तत्काल विरोध शुरू कर दिया और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से आपत्ति जताने लगे। विरोध तेज होता देख स्पीकर सतीश महाना ने विपक्षी विधायकों को समझाने की कोशिश की और कहा, “हर बात को निगेटिव मत लीजिए।” लेकिन सपा विधायक शांत नहीं हुए और नारेबाजी करने लगे—“नेताजी का ये अपमान नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे!”
विपक्ष का आरोप: जानबूझकर बोला गया विवादित बयान
हंगामे के दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “नेताजी सम्मानित व्यक्ति रहे हैं। उनके लिए इस तरह की बात नहीं की जानी चाहिए। मंत्री जी ने जानबूझकर ऐसा बोला ताकि विवाद हो।”
इस बीच, सदन में माहौल गर्माता देख वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सफाई दी। उन्होंने कहा, “सदन में किसी का नाम नहीं लिया गया। मुलायम सिंह यादव सबके आदरणीय नेता हैं।” लेकिन सपा विधायक शांत नहीं हुए और नारेबाजी जारी रही।
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गुस्से में स्पीकर ने छोड़ी कुर्सी
बढ़ते हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना गुस्से में अपनी कुर्सी से उठ गए और बोले, “ये नहीं चलेगा। बताइए, क्या अपमान किया गया? मैं माफी मंगवाऊंगा।” लेकिन सपा विधायक अपनी मांग पर अड़े रहे, जिसके बाद सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
अब देखना होगा कि विधानसभा में यह मामला और कितना तूल पकड़ता है या सरकार और विपक्ष के बीच किसी तरह की सुलह होती है।