लगभग 170 साल पहले मुंबई और ठाणे के बीच जब पहली ट्रेन चली, तब लोगों में जैसी खुशी देखी गई। कुछ वैसा ही उत्साह बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर गोरखपुर से लखनऊ के बीच शुरू हुई वंदे भारत एक्सप्रेस को लेकर नजर आया। चाहे बात अंदर बैठे यात्रियों की हो या फिर रुट के अलग-अलग स्टेशनों पर ट्रेन को देखने के लिये खड़े लोगों की, सभी के अंदर गजब की दीवानगी दिखी। हजारों लोग वंदे भारत की बस एक झलक देखने को बेताब थे।
देश की पहली स्वदेशी सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से अयोध्या होते हुए बाराबंकी पहुंची। जहां बाराबंकी के सांसद उपेंद्र सिंह रावत, पूर्व विधायक शरद अवस्थी, भाजपा नेता नवीन सिंह के साथ हजारों लोगों ने पुष्पवर्षा और भारत माता की जयकारों के साथ पूरी गर्मजोशी से वंदे भारत का स्वागत किया। इस दौरान बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर लोग वंदे भारत ट्रेन की एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे। लोगों में देखने के लिए कौतूहल बनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दो मिनट के लिए बाराबंकी रेलवे स्टेशन पर रुकी।
इस दौरान ट्रेन में सवार स्कूली छात्र छात्राओं की खुशी का ठिकाना नहीं था। उन्होंने गोरखपुर से लखनऊ की इस यात्रा का जमकर लुत्फ उठाया। बच्चों ने इस सफर को यादगार बताया। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात को लेकर भी काफी खुशी जाहिर की और कहा कि यह उनके लिए किसी सपने के सच होने से कम नहीं है। ट्रेन में सवार बाकी लोगों ने वंदे भारत एक्सप्रेस को बदलते भारत की बदलती तस्वीर बताया। उन्होंने इसके लिए पीएम मोदी का धन्यवाद किया।
आपको बता दें कि गोरखपुर से लखनऊ के बीच वाया बस्ती अयोध्या रूट की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में हरी झंडी दिखाकर किया। जिसके बाद वंदे भारत एक्सप्रेस गोरखपुर से चलकर सहजनवा, खलीलाबाद, बस्ती, बभनान, मनकापुर, अयोध्या, बाराबंकी रेलवे स्टेशनों पर रुकते हुए लखनऊ की ओर रवाना हुई। हालांकि अन्य दिनों में गोरखपुर से सुबह छह बज कर पांच मिनट पर चलने वाली इस ट्रेन का स्टॉपेज बाराबंकी में नहीं रहेगा। गोरखपुर के बाद यह ट्रेन केवल बस्ती, अयोध्या और लखनऊ रेलवे स्टेशनों पर ही रुकेगी।