Greater Noida News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (8 मार्च) को ग्रेटर नोएडा में ‘शारदा केयर-हेल्थ सिटी’ का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। उन्होंने गौतमबुद्ध नगर को हेल्थ टूरिज्म का उभरता हुआ हब बताते हुए कहा कि आने वाले समय में यह क्षेत्र स्वास्थ्य सेवाओं के लिए देश-विदेश के लोगों को आकर्षित करेगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं में हुआ बड़ा सुधार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक विकसित समाज के लिए अच्छी शिक्षा के साथ-साथ मजबूत स्वास्थ्य व्यवस्था भी जरूरी है। उन्होंने निजी क्षेत्र के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि शारदा ग्रुप का यह प्रोजेक्ट सेवा और निवेश का बेहतरीन उदाहरण है।
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में जबरदस्त सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि जहां 2017 तक यूपी में केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे, वहीं अब राज्य में 40 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। इसके साथ ही 37 निजी मेडिकल कॉलेज और पीपीपी मॉडल के तहत 3 मेडिकल कॉलेज (महाराजगंज, संभल, शामली) भी खोले गए हैं।
उन्होंने बताया कि यूपी में दो एम्स (गोरखपुर और रायबरेली) और बीएचयू का इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (IMS) पहले से मौजूद हैं। इसके अलावा, हर जिले में सीटी स्कैन, एमआरआई और डायलिसिस जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। गांवों में भी स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हों, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को किया जा रहा मजबूत
सीएम योगी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए डॉक्टरों और तकनीकी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हर रविवार को प्रदेशभर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेला’ आयोजित किया जाता है, जहां मुफ्त इलाज और दवाइयां दी जाती हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत यूपी में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को ‘गोल्डन कार्ड’ दिए गए हैं, जिससे उन्हें 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। इसके अलावा, आशा वर्कर्स, एएनएम, होमगार्ड, पीआरडी जवान और चौकीदारों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
गौतमबुद्ध नगर बनेगा हेल्थ टूरिज्म का हब
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर सिर्फ आईटी और इंडस्ट्रियल सेक्टर का केंद्र नहीं रहेगा, बल्कि हेल्थ टूरिज्म के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छूएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब दिल्ली में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई थीं, तब मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर और शामली जैसे यूपी के जिलों में मरीजों को बेहतर इलाज मिला।
उन्होंने कहा कि हेल्थ टूरिज्म भारत के लिए बड़ा अवसर है और गौतमबुद्ध नगर इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। मुख्यमंत्री ने शारदा ग्रुप को धन्यवाद देते हुए कहा कि ‘शारदा केयर-हेल्थ सिटी’ से लोगों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
यह भी पढ़ें: Ghaziabad News: खोड़ा में युवक की हत्या का 24 घंटे में खुलासा, मकान मालिक निकला आरोपी, ऐसे खुला राज
समारोह में ये नेता रहे मौजूद
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, योगेंद्र उपाध्याय, सांसद डॉ. महेश शर्मा, विधायक धीरेंद्र सिंह, एमएलसी श्रीचंद शर्मा, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता, वाइस चांसलर वाईके गुप्ता, प्रशांत गुप्ता और ऋषभ गुप्ता सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
गौतमबुद्ध नगर बनेगा प्रमुख मेडिकल डेस्टिनेशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल उत्तर प्रदेश को मेडिकल सुविधाओं के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। हेल्थ टूरिज्म को बढ़ावा देकर सरकार न केवल निवेश को आकर्षित कर रही है, बल्कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मुहैया करा रही है। गौतमबुद्ध नगर जल्द ही देश और विदेश के मरीजों के लिए एक प्रमुख मेडिकल डेस्टिनेशन बन सकता है।