सुप्रीम कोर्ट ने उद्दव गुट की याचिका की याचिका को स्वीकार करते हुए बुधवार की दोपहर 3:30 बजे इस पर सुनवाई करने का फैसला किया है। बता दें कि चुनाव आयोग ने शिवसेना का नाम और पार्टी सिंबल शिंदे गुट को देने का फैसला किया था। इसके विरोध में उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया था.
शिवसेना पर कब्जे की लड़ाई को लेकर उद्धव गुट की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी हो गया है। SC में कल (बुधवार) दोपहर 3.30 बजे इस मुद्दे पर सुनवाई होगी। इससे पहले मंगलवार को कोर्ट में याचिका को लेकर सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान उद्दव गुट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल के बीच दलीलें हुईं जिसमें उद्दव गुट के वकील ने दलील पेश करते हुए कहा कि उद्धव गुट के कार्यालय पर कब्जा किया जा चुका है। दरअसल चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को असली शिवसेना मानते हुए उनको तीर-कमान सौंप दिया था जिसके बाद उद्दव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था।
शिवसेना का नाम और निशान मिलने से उत्साहित शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर ये मांग कर दी थी कि बिना उनका पक्ष सुने कोई भी एकतरफा आदेश पारित न किया जाए। उद्दव ठाकरे ने EC के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा भी था कि अब लोकतंत्र की रक्षा सुप्रीम कोर्ट को ही करनी होगी तभी ये कयास लग गए थे कि ठाकरे सुप्रीम कोर्ट का गेट खटखटाने वाले हैं।
करे बता दें कि शिंदे गुट के पास शिवसेना का नाम और पार्टी सिंबल जाने के बाद उद्दव ठाकरे गुट लगातार शिंदे सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। सोमवार को भी महाराष्ट्र पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने बीजेपी और शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा था, उन्होंने कहा था कि शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी के तलवे चाटने के लिए पैदा नहीं हुई है।
ठाकरे ने सोमवार को शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि वो शिवसेना का वजूद खत्म करना चाहती है, आज हमारा समय कठिन है, आज हम उस मोड़ पर खड़े हैं जब शिवसेना के प्रमुख बालासाहेब ठाकरे हमें छोड़कर चले गए थे। उन्होनें कहा कि जब बालासाहेब ठाकरे हमें छोड़कर गए तो ऐसा लगा कि शिवसेना नहीं चल पाएगी लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी हम मेहनत करते रहे और हमने शिवसेना को चलाया। उद्दव ठाकरे ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर हम अभी नहीं जागे तो 2024 के बाद हम तानाशाही के अधीन हो जाएंगे।

