Rahul Gandhi Speech: कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के एक बयान पर सोमवार को लोकसभा में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे सिर्फ हिंसा, नफरत और झूठ बोलते हैं। उन्होंने कहा, “आप हिंदू नहीं हैं।” साथ ही, उन्होंने स्पीकर पर प्रधानमंत्री मोदी के सामने झुकने का आरोप लगाया।
विभिन्न धार्मिक नेताओं ने उनके बयान की कड़ी आलोचना की है। श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद मामले में याचिकाकर्ता दिनेश शर्मा ने टिप्पणी की, “राहुल गांधी कुछ भी कह सकते हैं। उनके पूर्वज अखंड भारत को विभाजित करने के लिए जिम्मेदार थे। उनके गुरुओं ने भगवान राम को भी महज मिथक बताया है। राहुल गांधी ने श्री राम मंदिर मामले के खिलाफ एक वकील को खड़ा कर दिया।”
संसद में अखिलेश यादव का सूक्ष्म व्यंग्य
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी संसद में एक रहस्यमयी टिप्पणी करते हुए कहा, “उनकी छड़ी में कोई आवाज नहीं है,” जो चल रही बहस की ओर इशारा करता है।
धार्मिक नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
ठाकुर देवकीनंदन जी ने टिप्पणी की, “हमने सुना है कि राहुल गांधी प्रेम की दुकानें खोलते हैं और सभी को प्रेम बांटते हैं। लेकिन राहुल गांधी की दुकान में हिंदुओं के लिए कोई समानता नहीं है। हिंदू कभी हिंसक नहीं होता; हिंदू रक्षक होता है। एक छवि का चित्रण करते हुए देवकीनंदन ने कहा कि भगवान शिव राक्षसों से लड़ते हैं, और भगवान राम राक्षसों को परास्त करते हैं।”
नागेंद्र महाराज ने गांधी की टिप्पणियों की निंदा करते हुए उन्हें “बहुत बेतुका और शर्मनाक” बताया। उन्होंने कहा, “हिंदू अहिंसक और परोपकारी होते हैं। संसद में ऐसी बातें कहना, जिसे मंदिर माना जाता है, गलत है। हम धार्मिक नेता इसका कड़ा विरोध करते हैं।”
भारत की अहिंसा की विरासत
प्रसिद्ध भगवताचार्य अनिरुद्धाचार्य महाराज ने कहा, “मैंने राहुल गांधी का बयान सुना, जिसमें उन्होंने कहा कि हिंदू हिंसक हैं। भारत ने हमेशा अहिंसा का उपदेश दिया है, लेकिन जब जरूरत पड़ी, तो महाराणा प्रताप की तरह हमने सनातन धर्म की रक्षा के लिए तलवार उठाई है।”
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जगतगुरु रामभद्राचार्य की फटकार
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भी गांधी के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि “हिंदू कभी हिंसक नहीं होते। भाजपा ने कभी हिंसा नहीं की। राहुल गांधी को ‘अभय मुद्रा’ का ज्ञान नहीं है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने सिखों के नरसंहार की साजिश रची और कई हिंसक वारदातें कीं। राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी एक अच्छे इंसान और मेरे मित्र थे।”