आजमगढ़ की घटना को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल और क्लास टीचर की गिरफ़्तारी की गई है जिसके विरोध में पूरे यूपी में प्रदेश व्यापी प्राइवेट स्कूलों ने आज बंद का आह्वान किया है। बता दें कि गोरखपुर में स्कूल के प्रधानाचार्य, शिक्षक और प्रबंधकों ने बैठक कर आजमगढ़ की घटना में प्रिंसिपल और क्लास टीचर को छोड़ने की मांग की। सभी ने बैठक कर हाई कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन करने और प्राइवेट स्कूल और कॉलेज के लिए नई गाइडलाइन जारी करने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे को डांटना हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। बच्चों को संस्कारी बनाने में अगर स्कूल की ओर से उसे डांटा जा रहा है, तो उसे हाई कोर्ट भी अपराध नहीं मानता है। सभी ने एक सुर में प्रिंसिपल और क्लास टीचर को जमानत पर छोड़ने की मांग दोहराई है।
जिला विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और आरपीएम एकेडमी के डायरेक्टर अजय शाही के नेतृत्व में प्राइवेट स्कूल के प्रबंधकों ने बैठक की। मंगलवार को आहूत की गई इस बैठक में प्रबंध तंत्र ने हाई कोर्ट की गाइडलाइन को दोहराते हुए कहा कि किसी भी बच्चों को डांटना अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। आजमगढ़ की घटना में प्रिंसिपल और क्लास टीचर के ऊपर मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की घटना पूरी तरह से गलत है।
स्कूल प्रबंधन और प्रिंसिपल समेत शिक्षकों का कार्य बच्चों को संस्कारी बनाना है। उनके ऊपर मुकदमा किया जाना न्यायोचित नहीं है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए इसके साथ ही प्रिंसिपल और क्लास टीचर को जमानत पर ही कम से काम छोड़ना चाहिए। इसके साथ इस मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए। अजय शाही ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन सरकार और शासन को बनाने की जरूरत है।