PM Modi Speech in Lok Sabha: लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (14 दिसंबर) को संविधान के 75 साल पूरे होने के अवसर पर सदन को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी की कड़ी आलोचना की, आपातकाल का जिक्र किया और उन पर कई आरोप लगाए। एक समय पर पीएम मोदी ने लोकसभा में ऐसी टिप्पणी की, जिससे समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव और सपा सांसद डिंपल यादव हंस पड़े। सदन में लगे कैमरों ने उनकी हंसी को भी कैद कर लिया।
पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला देने वाले जस्टिस एचआर खन्ना का जिक्र करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी उनसे इतनी नाराज थीं कि उन्होंने उन्हें भारत का मुख्य न्यायाधीश नहीं बनने दिया। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा, “यहां कई पार्टियां बैठी हैं, जिनके नेता जेल में हुआ करते थे। यह उनकी मजबूरी है कि आज वे वहां बैठे हैं। उन्हें भी जेल में डाल दिया गया था।” इस टिप्पणी पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सपा सांसद डिंपल यादव सदन में बैठे-बैठे हंस पड़े।
मुलायम सिंह आपातकाल के दौरान जेल गए थे
यह स्पष्ट था कि पीएम मोदी की टिप्पणी सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर लक्षित थी। 1975 में आपातकाल के दौरान मुलायम सिंह यादव भी जेल गए थे और इसके बाद ही उन्होंने समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी।
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हमने प्रतिबद्धता के 11 नारे सुने: अखिलेश यादव
लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “यह बहुत लंबा भाषण था। आज हमने प्रतिबद्धता के 11 नारे सुने। जो लोग वंशवाद की राजनीति की बात करते हैं, उनकी अपनी पार्टी में इसकी भरमार है। हम लगातार जाति आधारित जनगणना के लिए जोर दे रहे हैं और वह दिन आएगा जब यह होगी और लोगों को उनकी आबादी के आधार पर अधिकार और सम्मान मिलेगा।”