Noida: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में लिथियम बैटरी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। प्रमुख बैटरी निर्माता कंपनी एसएईएल (SAEL) ने यहां अपनी उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिए 150 एकड़ जमीन की मांग की है। यह इकाई लिथियम बैटरी, सोलर सेल, सोलर पीवी मॉड्यूल लाइन और पावर प्लांट का निर्माण करेगी। प्राधिकरण ने इस प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति जताते हुए सेक्टर-10 में भूमि आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
परियोजना में होगा 8,000 करोड़ रुपये का निवेश
कंपनी की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत 8,000 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। पहले चरण में 4,500 करोड़ रुपये निवेश कर ढाई साल के भीतर उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना के तहत लिथियम बैटरियों का निर्माण होगा, जिनका उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों, स्मार्टफोन्स और अन्य उपकरणों में किया जाएगा।
इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा बढ़ावा
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो 17 अप्रैल 2025 से संचालन में आएगा, पूरी तरह इलेक्ट्रिक वाहनों पर आधारित होगा। इसके लिए लिथियम बैटरियों की मांग को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना को प्राथमिकता दी गई है।
उद्योग और पर्यावरण के बीच संतुलन
यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास के क्षेत्रों को उद्योग और हरित विकास का केंद्र बनाने के उद्देश्य से यह पहल की जा रही है। कंपनी को सेक्टर-10 में भूमि आवंटित करने पर सहमति बनी है। इस परियोजना से न केवल क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
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भविष्य के लिए अहम कदम
यह परियोजना यमुना सिटी क्षेत्र को नई पहचान दिलाने के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा और हरित विकास को प्रोत्साहन देगी। यह कदम क्षेत्र के औद्योगिक और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

