Noida में 200 से अधिक लग्जरी कारों की चोरी में शामिल 6 वाहन चोरों को पकड़ा गया है। इन कारों को उत्तर पूर्व, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में बेचा गया था। इनका काम मुख्य रूप से ऑन-डिमांड चोरी करना था। सीमित शिक्षा के बावजूद उन्होंने तकनीक में विशेषज्ञता हासिल कर ली थी। इससे वे कारों की ईसीएम मशीन को फिर से प्रोग्राम कर लेते थे, जिससे वे डुप्लीकेट चाबियां बनाते थे।
अलग अलग थाने में 50 से अधिक मामले दर्ज
DCP राम बदन सिंह ने खुलासा किया कि गिरोह के सदस्यों के खिलाफ हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और दिल्ली के विभिन्न थानों में 50 से अधिक मामले दर्ज हैं। गिरोह ने अब तक दिल्ली-एनसीआर और अन्य राज्यों में 200 से अधिक चार पहिया वाहन चुराए हैं। गिरोह का पर्दाफाश करने वाली टीम को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर Noida पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। हाल ही में सोरका गांव से फॉर्च्यून कार चोरी हुई थी। अपराधी वारदात करते सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है।
करोड़ों रुपये की गाड़ी महज लाखों में
एसीपी थर्ड शाव्या गोयल के नेतृत्व में 15 पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई। सोमवार को जब गिरोह के सदस्य नोएडा की सीमा पर फिर चोरी की फिराक में थे, तो उन्हें पकड़ लिया गया। पुलिस ने राजेश कक्कड़ को पकड़ा, जो चोरी के वाहन खरीदकर पंजाब ले जाता था। राजेश लग्जरी कारों को 15-20 लाख रुपये और साधारण कारों को 3-7 लाख रुपये में बेचता है। ज्यादातर कारें नॉर्थ ईस्ट में सप्लाई की जाती थीं। राजेश कई अन्य गिरोहों से भी चोरी के वाहन खरीदता है। राजेश के पड़ोसियों ने बताया कि उसके दो बेटे कनाडा में रहते हैं और वह पिछले दस साल से कुख्यात वाहन चोर गिरोहों को फंडिंग कर रहा है। उसका नेटवर्क Noida के साथ पूरे भारत में फैला हुआ है।
धारा 111 के तहत Noida पुलिस करेगी कारवाई
पांचवीं से दसवीं कक्षा तक ही पढ़े-लिखे गिरोह के सदस्य शातिर हैं। एसीपी शाव्या गोयल ने बताया कि खलील पांचवीं, मोनू दसवीं, सोनू और राजेश आठवीं, जबकि प्रमोद बारहवीं का छात्र है। इमरान उर्फ अली शेर अनपढ़ है। सोनू को वाहनों के पुर्जों की अच्छी समझ है। वह चंद सेकेंड में किसी भी वाहन का लॉक तोड़ सकता है। डीसीपी ने बताया कि गिरोह के खिलाफ संगठित अपराध और उसे बढ़ावा देने के लिए गैंगस्टर एक्ट के समकक्ष धारा 111 के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। नए कानून के बाद नोएडा में यह पहला ऐसा गिरोह है, जिसके सदस्यों पर धारा 111 के तहत भी कार्रवाई होगी।