सेंट्रल नोएडा के बिसरख थाने की पुलिस ने आईटी सेल और एसटीएफ के साथ मिलकर एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने विदेश से काम करते हुए भारतीयों से ठगी करने वाले गिरोह के एक भगोड़े सदस्य को गिरफ्तार किया है। कई महीनों से गिरफ्तारी से बच रहे संदिग्ध को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप जब्त किया गया।
विदेश में बैठकर भारतीयों से ठगी
पकड़ा गया संदिग्ध राहुल सिन्हा साइबर ठगी में शामिल था, जहां उसने और उसके साथियों ने विदेश (कंबोडिया, हांगकांग) में बैठकर भारतीय सिम कार्ड पर व्हाट्सएप अकाउंट बनाए। इन अकाउंट का इस्तेमाल वे भारतीय नागरिकों को धोखा देने और उनसे पैसे ठगने के लिए करते थे।
नौकरी का लालच
बिसरख थाने के प्रभारी अरविंद कुमार ने खुलासा किया कि राहुल सिन्हा और उसके साथी विदेशों में भी नौकरी के बहाने भारतीयों को लालच देते थे और बाद में मशहूर भारतीय कंपनियों और व्यक्तियों के जरिए उनसे पैसे ठगते थे।
गतिविधी में शामिल 4 लोग गिरफ्तार
पीड़ित ठगी में शामिल होने से इनकार करते थे, तो उन्हें विदेशी पुलिस अधिकारियों को सौंप दिया जाता था। पीड़ितों द्वारा इस मामले की सूचना बिसरख पुलिस को दी गई, जिसके बाद समन्वित कार्रवाई की गई, जिसके परिणामस्वरूप धोखाधड़ी की गतिविधियों में शामिल एक चीनी, नेपाली, थाई और एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।