Noida News: आयुष की पढ़ाई पूरी करने के बाद कूड़ाघाट के डॉक्टर राजेश ने सरकारी नौकरी भी हासिल कर ली थी। खोराबार स्वास्थ्य केंद्र पर तैनाती के बाद उन्हें आदर भाव से देखा जाता था और परिवार वाले भी खुश थे। लेकिन इसी बीच राजेश को एमबीबीएस की डिग्री का ऐसा नशा चढ़ा कि वह फर्जी डॉक्टर बन गया। उसने एमबीबीएस की फर्जी डिग्री बनवाई और फिर फर्जी डिग्री बनाने का एक बड़ा गिरोह चलाने लगा। अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
फर्जी डिग्री का बड़ा खेल, 21 लोगों को मिली जाली डिग्री
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि राजेश ने नोएडा और खलीलाबाद के गैंग मेंबर्स की मदद से 21 लोगों को फर्जी डिग्री उपलब्ध करवाई। इनमें से अब तक चार डिग्री फर्जी साबित हो चुकी हैं। पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य फर्जी डिग्रियों की भी पुष्टि की जा रही है।
स्वास्थ्यकर्मी की शिकायत से हुआ बड़ा खुलासा
फर्जी डिग्री के इस खेल का पर्दाफाश सबसे पहले एक स्वास्थ्यकर्मी ने किया। उसने डी. फार्मा की डिग्री को फर्जी बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की तो यह पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया। पुलिस ने 24 फरवरी को खोराबार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में संविदा पर तैनात राजेश और खलीलाबाद के सुशील चौधरी को गिरफ्तार किया। इनके पास से 21 फर्जी एमबीबीएस डिग्री बरामद हुईं।
इन विश्वविद्यालयों से तैयार करवाई गई थीं फर्जी डिग्रियां
पुलिस जांच में पता चला कि राजेश ने खुद के लिए कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज से फर्जी डिग्री बनवाई थी। उसके पास इस विश्वविद्यालय की कुल तीन डिग्रियां थीं। इसके अलावा, उसके पास लखनऊ के आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड की 2, चुरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की 2, उत्तर प्रदेश फार्मेसी काउंसिल की 1, आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी की 2, जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद की 4, आयुष एंड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ छत्तीसगढ़ की 1, आईएफटीएम यूनिवर्सिटी मुरादाबाद की 3 और राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा की 1 फर्जी डिग्री मिली हैं।
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वहीं, सुशील चौधरी के पास लखनऊ के आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड की 1 और चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ की 1 फर्जी मेडिकल डिग्री मिली है। पुलिस इन सभी डिग्रियों की जांच कर रही है। दो कॉलेज से जारी चार एमबीबीएस डिग्रियां फर्जी साबित हो चुकी हैं, जबकि अन्य की जांच जारी है।
डॉक्टर जेल में, सरगना अब भी फरार
डॉक्टर राजेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन फर्जी डिग्री छापने वाले गिरोह का सरगना अब भी फरार है। पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर के दो अन्य साथी नोएडा के रहने वाले हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। पुलिस की एक टीम नोएडा में डेरा डाले हुए है और जल्द ही बड़ी गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।