Noida: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) पर पहली बार विमान के ट्रायल रन के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। आगामी 30 नवंबर को एयरपोर्ट के रनवे पर विमानों का ट्रायल रन प्रस्तावित है। एयरपोर्ट संचालित कर रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (वाईआईएएल) ने इसके लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से अनुमति प्राप्त करने का आवेदन कर दिया है। संभावना है कि सोमवार, 25 नवंबर को डीजीसीए इस संबंध में मंजूरी दे देगा।
कैट-1 और कैट-3 उपकरणों की स्थापना
एयरपोर्ट पर कैट-1 और कैट-3 उपकरण पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। ये उपकरण कोहरे और खराब मौसम में विमान की लैंडिंग और दृश्यता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं। डीजीसीए ने इन उपकरणों का निरीक्षण पहले ही पूरा कर लिया है। साथ ही, एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) का भी सफल परीक्षण हो चुका है।
आईएलएस का सफल परीक्षण
इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस), जो एक रेडियो नेविगेशन प्रणाली है, को एयरपोर्ट पर अक्टूबर में स्थापित किया गया था। यह प्रणाली पायलटों को कम दृश्यता और प्रतिकूल मौसम में भी सटीक लैंडिंग के लिए मार्गदर्शन देती है। इसका परीक्षण 10 से 14 अक्टूबर के बीच एयरक्राफ्ट बीच किंग एयर 360 ईआर के माध्यम से किया गया था। परीक्षण सफल रहने के बाद यह प्रणाली अब पूरी तरह से सक्रिय है।
ये भी पढें..
Noida: नोएडा में साइबर अपराधियों ने महिला से 34 लाख रुपये ठगे, जेल भेजने की दी धमकी
व्यावसायिक उड़ानों का मार्ग प्रशस्त
एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक, 30 नवंबर को प्रस्तावित ट्रायल रन की सफलता के बाद एयरपोर्ट पर 17 अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है। डीजीसीए से ट्रायल रन के लिए अनुमति एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी ने इसके लिए सभी आवश्यक दस्तावेज और जानकारी पहले ही जमा कर दी है और अब अनुमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है।