Noida: नोएडा के सेक्टर-130 स्थित ग्राम नांगली वाजिदपुर में एक बड़े भूमि घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें सिंचाई विभाग की लगभग 100 करोड़ रुपये की सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है। जन कार्य सेवा समिति के सचिव शुभम चौधरी द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे गए पत्र में इस मामले को उजागर किया गया है। शुभम चौधरी ने इस घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अपील की है।
भू-माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा
शिकायत में यह बताया गया है कि कुछ कुख्यात भू-माफियाओं ने न केवल सिंचाई विभाग की जमीन बल्कि नोएडा प्राधिकरण, ग्राम सभा, खलिहान, खाद के गड्ढे, सरकारी स्कूल की जमीन पर भी अवैध कब्जा कर रखा है। इसमें कई खसरा नंबरों का जिक्र किया गया है, जिनमें प्रमुख खसरा नंबर 69, 73, 71, 214, 215/1, 215/4 शामिल हैं। इसके साथ ही खसरा नंबर 70, 68, और 75 पर भी अवैध कब्जा किए जाने की जानकारी दी गई है।
अवैध कब्जाधारियों के नाम उजागर
शुभम चौधरी ने अपने पत्र में कई व्यक्तियों के नामों का उल्लेख किया है, जिन पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप है। इनमें प्रेम, बेगराज, भंवर सिंह, राजेश, हरिओम, अभिषेक, ब्रह्मपाल, अमन, बीरेंद्र, सुरेंद्र, अशोक, अरविंद, आनंद, विनोद, धर्मपाल, लोकेश, कस्तूरी, अजय, महावीर, सोनू, रिछपाल, बीरसेन और प्रिंस उर्फ पप्पीन शामिल हैं। आरोप है कि इनमें से कुछ पर पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं, फिर भी इन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
सरकारी स्कूल की जमीन पर भी कब्जा
सबसे चिंताजनक मामला सरकारी स्कूल की जमीन से जुड़ा है, जहां राजेश नामक व्यक्ति ने अवैध रूप से कब्जा कर तीन मंजिला इमारत का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। शिकायतकर्ता का दावा है कि जिला कलेक्टर द्वारा बेदखली के आदेश जारी किए जाने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह स्थिति स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
मुख्यमंत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग
शुभम चौधरी ने मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की अपील की है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, भू-माफिया कानून, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 और भारतीय दंड संहिता के तहत कार्रवाई की मांग की है। साथ ही अवैध रूप से कमाए गए धन को जब्त करने की भी अपील की गई है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
गांव के भोले-भाले लोगों की जमीनों पर भी अवैध कब्जे की खबरें सामने आई हैं, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं, जिससे जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
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अब क्या होगा अगला कदम?
यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घोटाले के खिलाफ क्या कदम उठाते हैं और दोषियों पर कब कार्रवाई होती है। जनता को अब प्रशासन और सरकार की ओर से ठोस कदमों का इंतजार है, ताकि इन भू-माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई हो सके और सरकारी जमीन को बचाया जा सके।