Nitish Kumar Apologises: विधानसभा में ‘यौन शिक्षा’ पर अपनी टिप्पणी के बाद राजनीतिक तूफान का सामना करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने अब स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने अपने बयान पर माफी मांगते हुए कहा, ”मैं सिर्फ महिला शिक्षा के बारे में बात कर रहा था.” उन्होंने आगे कहा, “अगर मेरे शब्द गलत थे तो मैं माफी मांगता हूं। मैं उन लोगों को भी बधाई देता हूं जिन्होंने मेरी आलोचना की।”
बता दें कि आज यानी बुधवार को नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं दिल से माफी मांगता हूं. मैंने वह बयान किसी को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं दिया था. जो लोग मेरी बातों से आहत हुए हैं, उनसे मैं माफी मांगता हूं. मुझे अपनी टिप्पणियों पर खेद है.”
मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया
उन्होंने आगे कहा, “अगर मेरे शब्दों से किसी को दुख हुआ है, तो मैं उन्हें वापस लेता हूं। मेरा इरादा किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था। मेरा उद्देश्य कम प्रजनन दर को समझाना था। मैंने हमेशा महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया है। मैं महिलाओं को काफी सम्मान करता हूं।” मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया।”
इसके अलावा सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बिहार में किए गए उल्लेखनीय कार्यों और महिला सशक्तिकरण के लिए चल रहे प्रयासों पर जोर दिया. उन्होंने अपने बयान पर शर्मिंदगी व्यक्त की और इसे वापस लेने की बात कही । वहीं, सदन में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने माफी मांगी और कहा है कि वे अपने बयान पर शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं।
नीतीश के बयान से मचा बवाल
गौरतलब है कि मंगलवार (7 नवंबर) को बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ऐसी टिप्पणी की थी, जिसे सुनकर महिलाएं दंग रह गईं और पुरुष हंसने लगे। उनके ‘यौन शिक्षा’ वाले बयान से राजनीतिक तनाव काफी बढ़ गया है। इसके बाद से विपक्ष उन पर लगातार हमले कर रहा है ।
अपना रुख स्पष्ट करते हुए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा, “हमने यहां महिलाओं को शिक्षित करने पर चर्चा की और बार-बार इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं को सीमित शिक्षा मिली है। उन्हें और अधिक शिक्षित करने की जरूरत है।” सीएम ने उनके अनुभव और महिलाओं को शिक्षित करने के लिए की गई पहल का जिक्र किया. उन्होंने उन जगहों पर महिलाओं को शिक्षित करने के लिए किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला जहां शिक्षा की कमी थी।