New York City Election: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में इस बार का मेयर चुनाव बेहद ऐतिहासिक रहा। भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने भारी बहुमत से जीत दर्ज करते हुए न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर बनने का गौरव हासिल किया है।
उन्होंने अपने विरोधियों — पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्योमो और रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस स्लिवा — को हराकर इतिहास रच दिया। उनकी जीत को अमेरिका में प्रवासी भारतीयों की बढ़ती राजनीतिक भागीदारी का प्रतीक माना जा रहा है।
ट्रंप को लगा बड़ा राजनीतिक झटका
जोहरान ममदानी की यह जीत डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक कड़ा झटका साबित हुई है। ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान ममदानी का खुलकर विरोध किया था और यहां तक धमकी दी थी कि अगर ममदानी जीते तो वे न्यूयॉर्क की फंडिंग रोक देंगे।
इसके बावजूद, जनता ने ममदानी के सामाजिक न्याय और कल्याण पर केंद्रित वादों को समर्थन दिया।
एरिक एडम्स के हटने के बाद बढ़ी प्रतिस्पर्धा
सितंबर में मौजूदा मेयर एरिक एडम्स के चुनावी दौड़ से हटने के बाद यह मुकाबला तीन प्रमुख उम्मीदवारों के बीच रह गया था। मंगलवार को सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक मतदान हुआ, और बुधवार को घोषित नतीजों में जोहरान ममदानी को निर्णायक बढ़त मिली।
यह चुनाव इसलिए भी अहम माना गया क्योंकि यह ट्रंप के दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान हुआ पहला बड़ा स्थानीय चुनाव था।
कौन हैं जोहरान ममदानी?
34 वर्षीय जोहरान ममदानी का जन्म युगांडा में हुआ और वे न्यूयॉर्क सिटी में पले-बढ़े। वे मशहूर भारतीय फिल्म निर्देशक मीरा नायर और युगांडा के भारतीय मूल के इतिहासकार महमूद ममदानी के बेटे हैं।
वर्तमान में वे न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के सदस्य हैं और खुद को डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट के रूप में पहचानते हैं। उनकी यह जीत अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों के लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण है।
जनकल्याण से जुड़े वादे
अपनी जीत के बाद ममदानी ने कहा कि वे न्यूयॉर्क को “समानता और सुविधा वाला शहर” बनाना चाहते हैं। उन्होंने घोषणा की कि सभी “Rent Stabilized Tenants” के किराए को तुरंत फ्रीज किया जाएगा ताकि आम लोगों पर आर्थिक बोझ कम हो सके।
उन्होंने शहर में मुफ्त बस सेवा शुरू करने का वादा किया और कहा कि बसों के लिए अलग प्राथमिक लेन और लोडिंग जोन बनाए जाएंगे ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या दूर की जा सके।
इसके साथ ही, उन्होंने सस्ती चाइल्डकेयर योजनाओं की भी घोषणा की, जिससे कामकाजी माता-पिता को राहत मिलेगी।
प्रवासी भारतीय समुदाय में जश्न
जोहरान ममदानी की ऐतिहासिक जीत से न केवल अमेरिका बल्कि भारत और युगांडा के प्रवासी भारतीय समुदाय में खुशी की लहर है। लोगों का मानना है कि ममदानी की यह सफलता अमेरिकी राजनीति में विविधता और नए युग की शुरुआत का संकेत है।
उनकी जीत यह दिखाती है कि मेहनत, ईमानदारी और जनता के मुद्दों पर फोकस रखने वाला नेता किसी भी पृष्ठभूमि से आगे बढ़ सकता है।
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