Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजे की राशि 3,100 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर 4,300 रुपये प्रति वर्ग मीटर कर दी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वस्त किया कि नियमानुसार उनका ब्याज भी दिया जाएगा और प्रभावित किसानों के पुनर्वास और रोजगार की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
किसान करेंगे रामलला के दर्शन
इस घोषणा के बाद किसानों ने “जय श्री राम” का नारा लगाकर अपनी खुशी जाहिर की और मुख्यमंत्री का आभार जताया। किसानों ने कहा कि वे अब रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या धाम जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेवर के किसानों की लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को दूर किया है और भूमि अधिग्रहण के मुआवजे में वृद्धि करके उनके जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।
दशकों तक अंधेरे में रहा जेवर
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जेवर के भविष्य के लिए अपना विजन भी साझा किया। उन्होंने कहा, “दशकों तक जेवर अंधेरे में रहा, लेकिन अब यह क्षेत्र वैश्विक मंच पर चमकने के लिए तैयार है।” उन्होंने आगे कहा कि अगले 10 सालों में जेवर देश का सबसे विकसित क्षेत्र बन जाएगा। पूरी दुनिया इस क्षेत्र की समृद्धि को देखेगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तिथि घोषित
मुख्यमंत्री ने जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने घोषणा की कि एयरपोर्ट का निर्माण कार्य अप्रैल 2025 में शुरू होगा, जिसका उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री करेंगे। यह एयरपोर्ट जेवर ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और पूरे देश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी और विकास
मुख्यमंत्री ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी के लिए कई प्रमुख रूट विकसित किए जा रहे हैं। इनमें ईस्टर्न पेरिफेरल रोड, यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और दिल्ली-वाराणसी हाई-स्पीड रेल शामिल हैं, जो एयरपोर्ट को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेंगे। जेवर एयरपोर्ट परियोजना के अंतिम चरण के दौरान मुख्यमंत्री ने जमीन देने वाले किसानों से बातचीत की। उन्होंने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके हितों की रक्षा की जाएगी और उन्हें उनकी मेहनत का पूरा लाभ मिलेगा। इस घोषणा के बाद किसानों ने मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा जताया और कहा कि वे इस मुद्दे के लिए अपना तन, मन और जमीन समर्पित करने को तैयार हैं।