तेलंगाना के वारंगल में आयोजित प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्पेल बी प्रतियोगिता में देशभर के कई प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किए थे जिसमें मास्टर अरिहान धीमान ने देशभर के कई प्रतिभागियों को पछाड़ते हुए बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में प्रभावशाली तीसरा स्थान हासिल किया राष्ट्रीय स्पेल बी प्रतियोगिता जो भाषाई कौशल के अपने कठोर परीक्षणों के लिए प्रसिद्ध है वर्तमान समय में अरिहान धीमान की उम्र 7 वर्ष है 3 वर्ष की आयु से ही अरिहान में नए शब्दों को पढ़ने और सीखने के प्रति उनका लगाव राष्ट्रीय स्पेल बी प्रतियोगिता में उनकी सफलता के पीछे प्रेरक शक्ति रहा है अरिहान ने स्कूल के अलावा जनरल नॉलेज साइंस इंग्लिश के नावेल आदि की लगभग 1000 से 1500 किताबो को पढ़ चुके हैं किताबों के प्रति उनके प्रेम से ही उन्हें अब तक राष्ट्रीय स्तर के कई ओलिंपियाड में कई मेडल और ट्राफी प्राप्त हो चुके हैं अरिहान धीमान के पिता अमित धीमान और माता हिमलिनी धीमान दोनों ही एनटीपीसी रिहंद परियोजना में वरिष्ठ प्रबंधक के तौर पर कार्यरत हैं।
वहीं इस उपलब्धि पर गर्व है अरिहान बचपन से ही गौमुखी प्रतिभा का धनी रहा है मात्र भाई 3 साल की उम्र में हिंदी एवम अंग्रेजी के कुछ शब्द सीख लिया था और घर पर भी अंग्रेजी में ही वार्तालाप करता था 3 वर्ष की आयु से ही पुस्तकों को पढ़ना शुरू कर दिया था शुरू से ही पढ़ाई लिखाई से लगाव रहा है और इस प्रतियोगिता में विजय श्री का श्रेय खुद अरिहान का है और उन्होंने कहा कि भगवान मेरे बेटे के ऊपर आशीर्वाद बनाए रखे जिससे उत्तर प्रदेश सहित देश का नाम रोशन कर
अरिहान की माता हिमलिनी ने बताया कि अरिहानकी इस जीत से मेरा पूरा परिवार गौरवान्वित है अरिहान का शुरू से ही पढ़ने का बहुत शौक था उन्होंने पुस्तकों को अपना दोस्त बनाया और 3 साल की उम्र मैं ही किताब पढ़ना लिखना शुरू किया वह जब भी पढ़ते थे अपने पास डिक्शनरी रखकर पढ़ते थे और हर शब्द का अर्थ जानने का प्रयास करते थे और उनका लगाव अंग्रेजी माध्यम में शुरू से ही था शायद उसी का परिणाम था जो राष्ट्रीय स्तर पर स्पेल बी प्रतियोगिता में बहुत ही सराहनीय परफारमेंस रहा।