यूपी के कानपुर में मां-बेटी की जिंदा जलने को लेकर वहां के लोग पुलिस प्रशासन पर काफी गुस्साए हुए हैं, हालांकि बता दें मामले को लेकर एक्शन जारी है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस घटना से मैं काफी दुखी हूं, मामले में जांच चल रही है। गिरफ़्तारियां भी शुरू हो गई हैं। किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। अब भारत में कोई भी घटना घटे और उस पर टीका टिप्पणी ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता।
कानपुर में हुई इस घटना के बाद सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष पार्टियों के बीच शब्दों के तीखे वार शुरू हो चुकें हैं। पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्विट करते हुए लिखा कि सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया। कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा उप्र भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानपुर देहात में हुई घटना पर सरकार को घेरते हुए कहा कि गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई में पिछड़ेपन से त्रस्त राज्य में अब बुलडोजर राजनीति से निर्दोष गरीबों की जान भी जाने लगी है। यह बहुत दुखद है। उन्होंने कहा कि सरकार अपना जन विरोधी रवैया बदले।
मायावती ने कहा कि कानपुर देहात जिले में अतिक्रमण हटाने के नाम पर हुई ज्यादती व आगजनी की घटना के दौरान झोपड़ी में रहने वाली मां बेटी की मौत हो गई। 24 घंटे बाद उनका शव उठने की घटना ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से ज्यादा चर्चाओं में है। ऐसे में यूपी का जनहितकारी भला कैसे संभव है।
अब ये मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) तक पहुंच चुका है और इसे लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में लेटर पिटिशन दाखिल भी कर दी गई है और साथ ही चीफ जस्टिस को भी पूरी घटना का लेटर पिटीशन भेजा गया गया है, लेटर में घटना की सीबीआई (CBI) जांच की मांग या मामले की ज्यूडिशियल इंक्वायरी का आदेश दिए जाने की मांग की गई है। हाईकोर्ट से जांच की मॉनिटरिंग किए जाने की भी अपील की गई है। घटना में शामिल सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की भी मांग की गई है।
मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच चुका है जैसे ही कोर्ट लेटर पिटिशन को सुनवाई के लिए मंजूर करता है तो इस पर जल्द सुनवाई हो सकती है। बता दें कि इस घटना में छप्पर के साथ कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला और उनकी बेटी नेहा जिंदा जल गईं थीं, जिससे उनकी मौत हो गयी, झुलसे कृष्ण गोपाल का इलाज चल रहा है, उनके बेटे शिवम दीक्षित की तहरीर पर एसडीएम, एसओ व लेखपाल समेत 39 लोगों के खिलाफ हत्या समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।