कांग्रेस नेता राहुल गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता (LOP) शुक्रवार सुबह हाथरस पहुंचे। जहां Hathras Stampede में मारे गए लोगों के परिवारों से उन्होंने मुलाकात की। इस भगदड़ में कम से कम 121 लोगों की जान चली गई थी। मृतकों में ज़्यादातर महिलाएँ थीं। कांग्रेस नेता सबसे पहले अलीगढ़ के पिलखना गाँव में कुछ पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए रुके। ज्ञात हो की हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र के फुलराई गांव में एक सत्संग में हुई इस भयावह घटना में कई लोगों की जान चली गई। उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को मैनपुरी में राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया, जिसमें हाथरस में सत्संग करने वाले स्वयंभू ‘भोले बाबा’ की तलाश की गई, जो भगदड़ के बाद लापता हो गए थे।
विपक्ष का भाजपा पर तीखा हमला
Hathras Stampede की घटना को लेकर विपक्ष ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। बुधवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय हाथरस पहुंचे। घटना को लेकर कांग्रेस भाजपा पर निशाना साध रही है। राहुल गांधी के कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर कांग्रेस पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, शुक्रवार को प्रदेश मुख्यालय पर नवनिर्वाचित सांसदों के सम्मान का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।
Hathras Stampede में छह गिरफ्तार
मामले में यूपी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में नारायण सरकार हरि उर्फ ’भोले बाबा’ का कोई जिक्र नहीं है। Hathras Stampede कांड का मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर भी फरार है। एफआईआर में उसकी पहचान मुख्य आरोपी के तौर पर की गई है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। घटना के बाद, उत्तर प्रदेश पुलिस ने धार्मिक उपदेशक नारायण साकार हरि, जिन्हें ‘भोले बाबा’ के नाम से भी जाना जाता है, के सम्मान में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने वाले पैनल के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सत्संग आयोजित करने वाले पैनल के छह गिरफ्तार सदस्यों की पहचान राम लड़ैते (50), मेघ सिंह (61), उपेंद्र सिंह यादव (62), मुकेश कुमार (38), मंजू यादव (30) और मंजू देवी (40) के रूप में हुई है।