Ghaziabad News: 28 अगस्त की शाम को लिंक रोड थाना क्षेत्र में किशोरी से दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। हालांकि फॉरेंसिक जांच में दुष्कर्म या मारपीट की पुष्टि नहीं होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस के अनुसार, चूंकि किशोरी के शरीर पर कोई चोट नहीं मिली थी और मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई थी, इसलिए नमूने जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे गए थे। अब लैब की रिपोर्ट मिल गई है, जिसमें किशोरी के साथ दुष्कर्म या मारपीट की पुष्टि नहीं हुई है।
सामूहिक दुष्कर्म के आरोप पर लोगों में आक्रोश
आरोपियों के अलग समुदाय से होने के कारण 29 अगस्त को घटना के विरोध में बृज विहार क्षेत्र में आगजनी और तोड़फोड़ की गई थी। प्रदर्शनकारियों ने इसे सामूहिक दुष्कर्म का मामला बताते हुए अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी की मांग की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया और बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने सड़कों से हटने से इनकार कर दिया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा और विरोध प्रदर्शन में शामिल 250 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बलात्कार के आरोप में आरोपी गिरफ्तार
पास में काम करने वाले कबाड़ व्यापारी पर घर में अकेली लड़की को पाकर उसके साथ मारपीट और बलात्कार करने का आरोप है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे सामूहिक बलात्कार का मामला बताते हुए अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए मामले को तूल दे दिया। विरोध प्रदर्शन के कारण कबाड़ व्यापारी की दुकान में आगजनी और तोड़फोड़ की गई।
भीड़ ने सड़क जाम कर दी
प्रयासों के बावजूद भीड़ ने सड़क जाम करना जारी रखा। रात करीब 10 बजे पुलिस को इलाके को खाली कराने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। आरोपी कबाड़ व्यापारी अभी भी जेल में है। 30 अगस्त को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और इसे सामूहिक बलात्कार बताया और पुलिस की आलोचना की।
शिकायत के आधार पर की गई कार्रवाई
एसीपी साहिबाबाद रजनीश उपाध्याय ने एक वीडियो बयान जारी कर स्पष्ट किया कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि घटना को सामूहिक दुष्कर्म कहना गलत है। हालांकि, कुछ समूहों ने मामले को तूल दे दिया, जिससे कबाड़ विक्रेता की दुकान में तोड़फोड़ की गई और वहां मिले ई-रिक्शा में आग लगा दी गई।
बड़ी साजिश का दावा
जांच के बाद पुलिस ने दावा किया कि दिल्ली सीमा के पास हिंसा भड़काने की बड़ी साजिश थी। पुलिस ने पूरी घटना को रिकॉर्ड किया और 250 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
घटना को लेकर झूठी अफवाह फैलाई गई
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने कहा कि लिंक रोड इलाके में लड़की के साथ कथित दुष्कर्म को लेकर मचा हंगामा निराधार है। घटना को लेकर झूठी अफवाह फैलाई गई। फॉरेंसिक जांच में लड़की के साथ दुष्कर्म या मारपीट की पुष्टि नहीं हुई।
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मेडिकल रिपोर्ट स्पष्ट न होने के कारण सैंपल भेजे गए
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि चूंकि मेडिकल जांच में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई और लड़की के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले, इसलिए पीड़िता के विभिन्न सैंपल आगे की जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजे गए। आरोपियों के दो नमूने भी फोरेंसिक लैब भेजे गए।
फॉरेंसिक रिपोर्ट में बलात्कार या मारपीट की नहीं हुई पुष्टि
फॉरेंसिक रिपोर्ट में लड़की के साथ बलात्कार या मारपीट की पुष्टि नहीं हुई। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि ऐसा कोई अपराध नहीं हुआ है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर रही है और अशांति फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।