Ghaziabad News: गाजियाबाद नगर निगम के संपत्ति विभाग ने सोमवार को क्रॉसिंग रिपब्लिक से सटे डूंडाहेड़ा क्षेत्र में 40 हजार वर्ग मीटर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया। इस जमीन की अनुमानित कीमत 200 करोड़ रुपये बताई जा रही है। जमीन पर कई लोग खेती कर रहे थे, जिन्हें विरोध के बावजूद हटा दिया गया। निगम की टीम ने मौके पर जेसीबी और ट्रैक्टर चलाकर फसल हटाई और जमीन को कब्जामुक्त किया।
कोर्ट में हारने के बावजूद नहीं छोड़ रहे थे कब्जा
नगर निगम के अनुसार, डूंडाहेड़ा में जिन खसरा नंबरों 122, 123, 129, 304, 305, 306/7, 307, 308 पर कब्जा किया गया था, उन्हें अब मुक्त करा लिया गया है। अपर नगर आयुक्त अरुण यादव ने बताया कि कब्जाधारियों ने इन जमीनों पर अपने पट्टे दिखाए थे, लेकिन एसडीएम कोर्ट ने उन्हें पहले ही निरस्त कर दिया था। हाईकोर्ट में भी कब्जाधारियों की हार हो चुकी थी, इसके बावजूद वे जमीन खाली नहीं कर रहे थे।
विरोध के बीच निगम की कार्रवाई, पुलिस ने संभाला मोर्चा
सोमवार को संपत्ति प्रभारी पल्लवी सिंह और संपत्ति अधीक्षक रमाशंकर अपनी टीम के साथ जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे। जब निगम टीम ने जेसीबी और ट्रैक्टर से फसल हटाने की प्रक्रिया शुरू की, तो लोगों ने इसका विरोध किया। इस पर पुलिस को बुलाया गया, जिसने मौके पर पहुंचकर हालात को संभाला और लोगों को शांत किया। इसके बाद निगम की टीम ने कार्रवाई पूरी कर जमीन को खाली कराया।
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खाली जमीन पर होंगी विकास परियोजनाएं
महापौर सुनीता दयाल ने बताया कि कब्जामुक्त कराई गई इस जमीन का उपयोग शहर हित में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस भूमि पर कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लाने की योजना बनाई जा रही है, जिससे नगर निगम की आय में वृद्धि होगी और शहर के नागरिकों को लाभ मिलेगा।
फिर से कब्जा करने पर होगी कानूनी कार्रवाई
महापौर ने स्पष्ट किया कि निगम की जमीन पर दोबारा कब्जा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने भी बताया कि शहर में कई अन्य स्थानों पर भी अवैध कब्जे हटाने की योजना बनाई जा रही है।