Ghaziabad News: गाजियाबाद में दिन-प्रतिदिन डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा हैं। जिसके बाद मलेरिया विभाग ने घर-घर सर्वे शुरु कर दिया हैं। अब तक 20 हजार घरों का सर्वे हुआ है। सर्वे में अभी तक पांच हजार घरों में डेंगू का लार्वा मिला है जिला मलेरिया अधिकारी जीके मिश्रा के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर- घर जाकर रोजाना डेंगू का लार्वा खोज रही हैं और साथ ही लोगों को साफ- सफाई रखने की सलाह भी दे रही हैं। जिन घरों में डेंगू का लार्वा मिलता है, उसे नष्ट कराने के साथ ही विभाग द्वारा नोटिस भी दिया जाता है।
संक्रामक लोग रहे सतर्क
यह बदलता मौसम लोगों के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण बुखार के मामले बढते नजर आ रहे हैं। लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का संक्रमण मच्छरों से फैलता है। संक्रमित मच्छर के काटने से डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां हो रही हैं। साथ ही डा. अखिलेश मोहन का कहना हैं कि घर के अंदर और घर के आसपास साफ सफाई रखकर मच्छरों का प्रजनन होने से रोकें। डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर घर के अंदर और साफ पानी में पनपता है। फ्रीज और एसी की ट्रे के अलावा घर के अंदर रखे फूलदानों, गमलों और कूलर में पानी जमा न होने दें। घर के आसपास नालियों आदि में रूके हुए गंदे पानी में मलेरिया के लिए जिम्मेदार एनाफिलीज मच्छर पनपता है।
पैरों पर काटने का खतरा अधिक
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन का कहना हैं कि डेंगू के लिए जिम्मेदार एडीज मच्छर केवल दिन में काटता है। खासकर सुबह और शाम के समय यह मच्छर ज्यादा सक्रिय रहता है। यह अधिक ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता इसलिए पैरों पर काटने का खतरा अधिक रहता है। इससे बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। एडीज मच्छर की आयु एक महीने तक हो सकती है लेकिन इस दौरान वह पांच सौ से एक हजार मच्छर पैदा कर सकता है।
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साफ–सफाई का रखे ख्याल
डेंगू का खतरा बढ़ने के बाद डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स (डीबीसी) की टीम घर- घर जाकर लार्वा चैक कर रही है। 73 डीबीसी के अलावा 15 दैनिक वेतन वाले कर्मचारी, सात फील्ड वर्कर, पांच मलेरिया निरीक्षक और दो सहायक मलेरिया अधिकारी इस काम में लगे हैं, लेकिन इतनी जनसंख्या को देखते हुए यह संख्या काफी कम है, इसलिए जरूरी है कि आप अपने घर में और आसपास स्वयं निगरानी रखें। मच्छरों की ब्रीडिंग न होने दें। इसलिए जरूरी है कि सप्ताह में कम से कम एक बार अच्छे से सफाई अवश्य करें। खाली पड़े कंटेनरों से पानी अवश्य निकाल दें।
डेंगू के एक मरीज की मौत
इलाज के दौरान डेंगू के एक मरीज की मौत हो चुकी हैं तो वहीं जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्रा ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू के 24 और मलेरिया के 23 मरीज मिल चुके है। हालांकि घर- घर में बुखार के मरीज हैं। अस्पतालों में भी बुखार के मरीजों की भरमार है। यशोदा अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डा. अंशुमान त्यागी का कहना है कि बुखार होने पर तरल पदार्थ पीएं। इससे प्लेटलेट्स गिरने की आशंका कम होती है वहीं संक्रमण दूर करने में भी मदद मिलती है। बुखार होने पर चिकित्सक कि सलाह अवश्य लें और सलाह के आधार पर ही जांच कराएं। बिना जांच के इलाज कराना पर बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं।