Ghaziabad: डासना में बिजली चोरी पकड़ने के बाद रिश्वत मांगने के आरोप में पावर कार्पोरेशन के जूनियर इंजीनियर (जेई) समरजीत को सस्पेंड कर दिया गया है। विद्युत वितरण खंड के अधीक्षण अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने इस मामले की पुष्टि की है। बताया गया है कि 19 दिसंबर को डासना की उस्मान कॉलोनी में कासिम के घर बिजली चोरी पकड़ी गई थी, लेकिन जेई ने न तो इसे वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और न ही पोर्टल पर जानकारी अपलोड की।
बिजली चोरी के बाद रिश्वत की मांग
जानकारी के अनुसार, डासना देहात उपकेंद्र पर तैनात जेई समरजीत 19 दिसंबर को उस्मान कॉलोनी में रहने वाले कासिम के घर बिजली चोरी की जांच करने पहुंचे थे। चेकिंग के दौरान बिजली चोरी पकड़ी गई, लेकिन जुर्माना लगाने और राजस्व वसूलने की जगह समरजीत ने कासिम से मामले को रफा-दफा करने के लिए दो लाख रुपये की मांग कर दी।
ऑडियो वायरल होने से हुआ खुलासा
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब घटना से जुड़े दो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इन ऑडियो में समरजीत को मामले के निपटारे के लिए दो लाख रुपये मांगते हुए सुना गया। अधीक्षण अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच के दौरान ये ऑडियो साक्ष्य के रूप में मिले। इसके बाद समरजीत को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
पोर्टल पर जानकारी अपलोड न करने का भी आरोप
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि बिजली चोरी पकड़े जाने की जानकारी आरएमएस पोर्टल पर 12 घंटे के अंदर अपलोड करना अनिवार्य होता है। हालांकि, समरजीत ने पांच दिन बाद भी इस संबंध में कोई जानकारी पोर्टल पर दर्ज नहीं की थी।
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कार्रवाई जारी रहेगी
अधीक्षण अभियंता ने कहा कि रिश्वत मांगने के इस मामले में आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी को बख्शा न जाए।