किसान, वैज्ञानिक और सुगंध उद्योग को विश्व स्तरीय मंत्र देने के लिए फरवरी 2024 में तीन दिवसीय वर्ल्ड अरोमा इंग्रीडिंएंट्स कांग्रेस और एक्सपो का अयोजन चेन्नई में होने जा रहा है। इसमें 1200 से अधिक भारतीय और 300 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसकी घोषणा शनिवार को एसोसिएशन की ओर से की गई। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि यह एक्सपो पीएम मोदी के 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की पंख लगाएगा। उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर को पीएम मोदी के आवाहन पर देश स्वच्छता दिवस मनाएगा एक घंटे महाश्रमदान किया जाएगा।
सुगंधित पौधों से बनाए उत्पाद अब वैश्विक खरीदारों के लिए उपलब्ध
उन्होंने कहा कि कश्मीर में अब युवाओं के हाथ में पत्थर नहीं…..कलम और कंप्यूटर है। मणिपुर हिंसा पर बोले केंद्रीय मंत्री मणिपुर में कोर्ट के गलत डिसीजन से हिंसा हुई। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार स्तिथि मॉनिटर कर रहे। जल्द मणिपुर शांति व्यवस्था लौटेगी। इस मौके पर कार्यक्रम के बारे में बताया कि किसान भारतीय अर्थव्यवस्था के मूल में हैं।
ईओएआई ‘मेक इन इंडिया’ के तहत कई नए सुगंधित पौधों से बनाए गए उत्पाद अब भारत से वैश्विक खरीदारों के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा, अधिकांश सुगंध उद्यम सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम (एमएसएमई) का हिस्सा हैं। जिन्हें भारत सरकार के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा समर्थित किया जा रहा है।
ईओएआई 2012 से नोएडा में
ईओएआई की स्थापना 1956 में कानपुर में हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी में हुई थी, बाद में 1992 में एनसीआर में आ गई और अंततः 2012 में नोएडा में अपनी उपस्थिति मजबूत की। ईओएआई किसानों, वैज्ञानिकों और सुगंध उद्यमियों के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है, जो वैश्विक स्तर पर स्वाद और सुगंध उद्योग की पूर्ति करता है।
ईओएआई के वर्तमान अध्यक्ष संजय वार्ष्णेय ने बताया की रजत जयंती कार्यक्रम की थीम भारत-आवश्यक तेलों, सुगंधों और स्वादों का वैश्विक केंद्र होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय व्यवसाय दुनिया को 7500 करोड़ रुपये से अधिक के आवश्यक तेल, सुगंध और स्वाद का निर्यात करते हैं। ऐसे में ये निवेश को बढ़ावा देगा।