Film Industry: तेलुगू सिनेमा के सुपरस्टार रवि तेजा के पिता भूपतिराजु राजगोपाल राजू का मंगलवार रात निधन हो गया। वे 90 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। उनका निधन हैदराबाद स्थित रवि तेजा के निवास पर हुआ। उनके निधन की पुष्टि अभिनेता के पब्लिसिस्ट्स ने की है।
सादा जीवन, ऊंचे विचार
राजगोपाल राजू पेशे से फार्मासिस्ट थे और उन्होंने हमेशा एक साधारण जीवन व्यतीत किया। वे जयपुर, दिल्ली, मुंबई और भोपाल जैसे शहरों में नौकरी के सिलसिले में स्थानांतरित होते रहे। उन्होंने कभी अपने बेटे रवि तेजा की फिल्मी प्रसिद्धि का लाभ नहीं उठाया।
उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी और दो बेटे उनके परिवार में हैं। एक बेटे भरत राजू की 2017 में एक सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी।
चिरंजीवी समेत कई सितारों ने जताया शोक
राजगोपाल राजू के निधन की खबर से तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रशंसकों के साथ-साथ कई फिल्मी सितारों ने सोशल मीडिया पर संवेदना व्यक्त की।
सुपरस्टार चिरंजीवी ने ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला के माध्यम से एक भावुक संदेश साझा किया:
“मुझे रवि तेजा के पिता श्री राजगोपाल राजू गरु के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। मैं उनसे आखिरी बार ‘वाल्टेयर वीरय्या’ के सेट पर मिला था। इस कठिन समय में मैं उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले।”
रवि तेजा का फिल्मी सफर
रवि तेजा का असली नाम भूपतिराजु रवि शंकर राजू है। उन्होंने 90 के दशक में ‘रवि तेजा’ नाम से फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा।
- शुरुआत में उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम किया।
- 1997 में फिल्म ‘सिंधूरम’ से उन्हें पहली बार पहचान मिली।
- 2000 के दशक में वह लीड एक्टर के तौर पर छा गए।
- आज वह तेलुगू सिनेमा के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले अभिनेताओं में गिने जाते हैं।
- उनकी हालिया फिल्म ‘मिस्टर बच्चन’ (2024) को दर्शकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला।
अंतिम संस्कार की प्रतीक्षा, परिवार की निजता का सम्मान
अब तक अंतिम संस्कार की तिथि और स्थान की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। रवि तेजा और उनका परिवार इस कठिन समय में निजी तौर पर शोक मना रहा है। प्रशंसक सोशल मीडिया पर शोक संदेशों के माध्यम से अपनी संवेदनाएं भेज रहे हैं।
शांत और प्रेरणादायक जिंदगी
भूपतिराजु राजगोपाल राजू भले ही फिल्मी दुनिया से दूर रहे, लेकिन उनकी सादगी, मेहनत और संस्कारों ने रवि तेजा जैसे अभिनेता को आकार देने में अहम भूमिका निभाई। उनका निधन न केवल एक बेटे के लिए व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि एक प्रेरक जीवन का अंत भी है।
ये भी पढ़ें : Kanwar Yatra 2025: यूपी में कांवड़ यात्रा के दौरान 16 से 23 जुलाई तक स्कूल-कॉलेज बंद, प्रशासन का बड़ा फैसला
ये भी देखें : हावड़ा तक पहुंचा SSC शिक्षकों का आंदोलन, सरकार के खिलाफ निकाला नबन्ना मार्च