Farmers Protest: धरने पर बैठे किसान 5 घंटे बाद एक्सप्रेसवे से हट गए हैं. उच्च स्तरीय कमेटी के गठन के आश्वासन पर एक्सप्रेस-वे से किसानों का धरना खत्म हुआ. समिति के पदाधिकारियों से 8 दिन के भीतर किसानों की मांगों का समाधान करने का आश्वासन दिया गया है. किसान कमेटी की रिपोर्ट के बाद आगे की रणनीति बनाएंगे और रात 8 बजे कमिश्नर के साथ बैठक है.
इस बीच, भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा कि हम सड़क खाली करके अपने-अपने धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं. हम झूठे आश्वासनों के साथ नहीं हैं; अगर हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो दिल्ली दूर नहीं है. किसानों की मांगों का समिति के अधिकारियों से 8 दिन के अंदर समाधान कराने का आश्वासन दिया गया है. किसान कमेटी की रिपोर्ट के बाद आगे की रणनीति बनाएंगे और रात 8 बजे कमिश्नर के साथ बैठक बुलाई गई है.
दिल्ली जाने वाली सड़कों पर भीषण जाम
दरअसल, पिछले कई दिनों से किसान नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से अधिग्रहीत जमीन के बदले बढ़े हुए मुआवजे की मांग कर रहे थे, साथ ही भूखंड की भी मांग कर रहे थे. गुरुवार (8 फरवरी) को किसानों और ग्रामीणों के दिल्ली की ओर मार्च को लेकर नोएडा पुलिस अलर्ट हो गई और दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई. नतीजा यह हुआ कि इस मार्ग पर भीषण जाम लग गया।
इस कार्यालय पर भारतीय किसान परिषद ने लगाया कैंप
इस प्रदर्शन में किसान नेता राकेश टिकैत भी दोपहर में ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों के समूह में शामिल हुए. उनका संगठन, भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। भारतीय किसान परिषद नोएडा में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहा है, भारतीय किसान परिषद के कार्यकर्ता दिसंबर 2023 से स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर डेरा डाले हुए हैं।