आपने एक बात तो सुनी होगी कि कुछ लोग अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आते चाहें उन्हें कितना भी समझा लिया जाए या नसीहत दी जाए हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सपा के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) विवादित बयान देने से बाज नहीं आते हैं सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाब्राह्मण सभा में कहा था कि हिन्दू धर्म के खिलाफ टिप्पणी पर अंकुश लगाया जाए।
अखिलेश यादव की चेतावनी का भी स्वामी प्रसाद मौर्य पर नहीं असर
अखिलेश यादव ने पार्टी के नेताओं को भी नसीहत दी थी कि वो किसी भी धर्म, जाति को लेकर कोई भी विवादित टिप्पणी ना करें लेकिन इस बात को 24 घंटे के अंदर ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने तोड़ दिया एक बार फिर हिंदु धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी स्वामी प्रसाद (Swami Prasad Maurya) ने कर डाली और कहा हिंदू कोई धर्म नहीं है केवल एक धोखा है अगर वो हिंदू धर्म को लेकर टिप्पणी कर देते हैं तो लोगों की भावनाएं आहत हो जाती हैं और अगर मोहन भागवत या प्रधानमंत्री मोदी कुछ ऐसा कहते हैं किसी को कोई आहत नहीं होती।
दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे और उन्होंनें संबोधित करते हुए कहा हिंदू धर्म एक धोखा 1995 में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी हिंदू धर्म को धर्म नहीं बल्कि एक जीवन जीने की शौली बताया था और मोहन भागवत ने भी दो बार हिंदू धर्म को लेकर ये बात कही थी कि हिंदू धर्म लोगों के जीवन जीने की कला है।
स्वामी प्रसाद मौर्य का हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी सपा के लिए बन रहा सिरदर्द
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) की ये विवादित टिप्पणी अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए भी सिरदर्द बनती जा रही हैं। दरअसल लोकसभा चुनाव करीब हैं और ऐसे में सपा हर वर्ग को साधने में जुटी हुई है इसी को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को ब्राह्मण सभा में महाब्राह्मण समाज से समर्थन मांगा लेकिन ब्राह्मण समाज के लोगों ने स्वामी प्रसाद का नाम लिए बिना राम और रामचरितमानस पर उनकी पार्टी द्वारा विवादित टिप्पणी को लेकर विरोध जताया तो अखिलेश यादव ने उन्हें आश्वासन दिया कि ऐसे बयानों पर रोक लगाई जाएगी लेकिन अखिलेश यादव का आश्वासन स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी देकर भंग कर दिया।