Noida News: दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में डेंगू के डंक से लोग बेहाल नजर आ रहें हैं। बता दें कि इस सीजन में अब तक 755 केस डेंगू के निकल चुके हैं। चार दिन के अंदर दोनों जनपदों में तीन लोगों की इससे मौत हो चुकी है। गंभीर बात यह है कि डेंगू का डेन 2 स्ट्रेन थोड़ा घातक माना जाता है। इसी डेन 2 स्ट्रेन के 17 केस नोएडा में सामने आए हैं। गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम में हर रोज जिस एरिया में जा रही है वहीं डेंगू का लारवा मिल रहा है इससे स्पष्ट हो रहा है कि फॉगिंग के नाम पर सरकारी महकमा बड़ी लापरवाही करती हुई नजर आ रही है।
डेंगू के डेन 2 स्ट्रेन का लक्षण
बता दें कि डेन 2 स्ट्रेन को लेकर नोएडा के जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि पिछले दिनों 50 सैंपल जीरो टाइप टेस्टिंग के लिए भेजे गए थे। जिसमें से 17 सैंपलों में डेंगू का डेन -2 सट्रेन मिला है। उन्होंने बताया कि इस स्ट्रेन के मरीजों में प्लेटलेट्स की भारी कमी हो जाती है। शरीर पर लाल चकते बनने शुरू हो जाते हैं और ब्लीडिंग भी होती है। यानी कि यह ड्रेन मरीजों के लिए ज्यादा घातक साबित हो सकता है।
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महिला डॉक्टर अक्षिता की डेंगू से मौत
डॉ राजेश शर्मा के मुताबिक डेंगू जांच के लिए एलिसा रिपोर्ट देख रहें है। रैपिड कार्ड के जरिए जो टेस्ट हो रहे हैं उनमें बिना लक्षण वाले मरीजों में भी डेंगू पाया जा रहा है लेकिन एलिसा रिपोर्ट में वही मरीज निगेटिव आ रहे हैं। इसलिए हम उन्हीं मरीजों को डेंगू संक्रमित मान रहे हैं जिनकी एलिसा रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ रही है। गौरतलब है कि नोएडा में 12 सितंबर तक डेंगू के मरीजों की संख्या 353 पहुंच गई है। नोएडा में 3 सितंबर को होम्योपैथी डॉक्टर 28 वर्षीय अक्षिता सिंह की मौत भी इसी वजह से हो गई थी। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाईराइज सोसाइटी में भी इसके केस लगातार बढ़ रहा है।
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लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
बता दें कि करीब 15 सोसाइटी में 80 से ज्यादा केस निकल चुके हैं। अजनारा होम्स और पंचशील हाईनेस सोसाइटी में 20-20 केस डेंगू के मिले हैं। प्रशासन के द्वारा अस्पतालों में पूरे इंतजाम भी किए जा रहे हैं। नोएडा के सरकारी अस्पतालों में डेंगू की वजह से ओपीडी फुल चल रही है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जो कि स्वास्थय विभाग के लिए चिंता का विषय है।
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