Bihar Election 2025: भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए 12 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में सबसे चर्चित नाम लोकगायिका मैथिली ठाकुर का है, जिन्हें दरभंगा जिले की अलीनगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है।
मैथिली ठाकुर ने मंगलवार को बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। उनके पार्टी में शामिल होने के तुरंत बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें अलीनगर से प्रत्याशी बनाया जा सकता है, और बुधवार को बीजेपी ने उनकी उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा कर दी।
मैथिली ठाकुर की राजनीतिक पारी
लोकप्रिय लोकगायिका मैथिली ठाकुर, जो अपनी मधुर आवाज और मैथिली गीतों के लिए जानी जाती हैं, अब राजनीति में कदम रख चुकी हैं। सोशल मीडिया पर बड़ी फैन फॉलोइंग रखने वाली मैथिली का नाम लंबे समय से दरभंगा और मिथिला क्षेत्र में काफी लोकप्रिय रहा है।
बीजेपी का मानना है कि मैथिली ठाकुर के मैदान में उतरने से मिथिला क्षेत्र में पार्टी को बड़ा जनसमर्थन मिलेगा।
12 उम्मीदवारों को मिला टिकट
बीजेपी की दूसरी लिस्ट में कुल 12 प्रत्याशियों के नाम शामिल किए गए हैं। सूची इस प्रकार है –
| क्रमांक | विधानसभा सीट | उम्मीदवार का नाम |
| 1 | अलीनगर | मैथिली ठाकुर |
| 2 | हायाघाट | रामचंद्र प्रसाद |
| 3 | मुजफ्फरपुर | रंजन कुमार |
| 4 | गोपालगंज | सुभाष सिंह |
| 5 | बनियानपुर | केदारनाथ सिंह |
| 6 | छपरा | छोटी कुमारी |
| 7 | सोनपुर | विनय कुमार सिंह |
| 8 | रोसड़ा (SC) | बीरेंद्र कुमार |
| 9 | बाढ़ | सियाराम सिंह |
| 10 | अगिआंव (SC) | महेश पासवान |
| 11 | शाहपुर | राकेश ओझा |
| 12 | बक्सर | आनंद मिश्रा (पूर्व IPS) |
इससे पहले बीजेपी ने पहली लिस्ट में 71 उम्मीदवारों के नाम जारी किए थे। दोनों सूचियों को मिलाकर अब तक पार्टी 83 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है।
अलीनगर सीट का सियासी इतिहास
अलीनगर विधानसभा सीट, जो दरभंगा जिले में स्थित है, 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी। यह एक सामान्य श्रेणी की सीट है और हमेशा से राजनीतिक रूप से अहम मानी जाती रही है।
पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में यहां वीआईपी पार्टी के मिश्री लाल यादव ने आरजेडी (RJD) के विनोद मिश्रा को हराया था। मिश्री लाल यादव को 61,082 वोट मिले थे जबकि विनोद मिश्रा को 57,981 वोट प्राप्त हुए थे।
इससे पहले 2010 और 2015 के चुनावों में यह सीट RJD के अब्दुल बारी सिद्दीकी के खाते में गई थी, जिन्होंने लगातार दो बार जीत दर्ज की थी।
रणनीति और मैथिली का प्रभाव
बीजेपी की रणनीति स्पष्ट है – मिथिला क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करना। मैथिली ठाकुर को टिकट देकर पार्टी ने यह संकेत दिया है कि वह संस्कृति, लोककला और युवा वोटरों को साधने की कोशिश में है।
मैथिली के नाम से क्षेत्र में एक भावनात्मक जुड़ाव है, जो पार्टी को मिथिला बेल्ट में बढ़त दिला सकता है।
सियासी समीकरण
बिहार चुनाव 2025 में मैथिली ठाकुर की एंट्री से सियासी समीकरण बदल सकते हैं। बीजेपी के लिए यह फैसला सांस्कृतिक और राजनीतिक दोनों स्तर पर रणनीतिक माना जा रहा है। अब देखना होगा कि अलीनगर की जनता लोकगायिका मैथिली ठाकुर को नेता के रूप में कितना समर्थन देती है।
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