नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में चुनावों की आहट के साथ ही पांच सालों बाद प्रियंका गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हर छोटे-बड़े मुद्दे पर मीडिया कवरेज लेने की होड़ में दिखाई दे रहे हैं। अयोध्या में एक बैंक कर्मचारी श्रद्धा की खुदकुशी के मामले में भी दोनों नेताओं ने इंसाफ की मांग उठानी शुरु कर दी है।
खुदकुशी में एक आईपीएएस अधिकारी का नाम भी शामिल है, लिहाजा अखिलेश यादव ने इसे सुसाइड के मामले की जगह पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर ही सवाल बना दिया है। वहीं प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी की तरह ही यहां भी श्रद्धा के परिजनों से मिलने की जिद पर अड़ गई हैं। वहीं श्रद्धा की डायरी से मिले साक्ष्यों ने उनके पुराने मंगेतर विवेक की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं। डायरी में श्रद्धा ने साफ-साफ लिखा है कि विवेक को टॉर्चर करो तो सब उगल देगा। पुलिस इस क्लू को सुसाइड केस में अहम सुराग मान रही है।
अयोध्या में पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल आफिस में ऑफिसर पद पर तैनात श्रद्वा गुप्ता (30) ने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। अपने सुसाइड नोट में मृतका ने सुसाइड की वजह पूर्व मंगेतर विवेक गुप्त, आशीष तिवारी (एसएसएफ हेड लखनऊ) और अनिल रावत (पुलिस फैजाबाद) को जिम्मेदार ठहराते हुए आखिर में आई एम सॉरी फॉर दिस भी लिखा है। 2017 में श्रद्धा की शादी विवेक से तय हुई थी मगर विवेक के चरित्र पर शक के आधार पर श्रद्धा ने शादी तोड़ दी थी।
शनिवार को श्रद्धा अपना फोन अटेंड नहीं कर रही थी। इसकी मकान मालिक ने परिजन को सूचना देते हुए अप्रिय घटना की आशंका जताई। जब तक परिजन यहां पहुंचे तब तक मौके पर एसएसपी शैलेष कुमार पाण्डेय, नगर कोतवाल सुरश पाण्डेय व अन्य पुलिस कर्मी भी पहुंच गए। पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ा तो श्रद्धा का फंदे से शव लटक रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया
बैंक ऑफिसर की आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस को मृतका के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें मौत के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
सुसाइड नोट में जिस विवेक गुप्त का नाम लिखा है बताया जा रहा है कि श्रद्धा की उससे शादी की बात चल चुकी थी, लेकिन रिश्ता नहीं हो पाया था। इसके अलावा दूसरा नाम नाम आशीष तिवारी एसएसएफ हेड लखनऊ और तीसरा नाम अनिल रावत जो फैजाबाद में पुलिस विभाग में है। अभी तक सुसाइड की गुत्थी पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है।
एसएसपी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि सुसाइड मामले की जांच की जा रही है। परिजनों की मौजूदगी में कमरे का ताला तोड़ा गया। युवती का शरीर फंदे से लटका मिला। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। सुसाइड नोट की भी जांच कराई जाएगी। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई होगी। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया है।