America Vs Venezuela: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच रिश्ते एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि निकोलास मादुरो का शासन अब ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाएगा। ट्रंप ने स्पष्ट कहा कि अमेरिका अब मादुरो की “तानाशाही नीतियों” को और बर्दाश्त नहीं करेगा।
ट्रंप सरकार ने वेनेजुएला की सीमाओं के नज़दीक अमेरिकी फौज की मौजूदगी को और मजबूत करने के आदेश दिए हैं।
ट्रंप का सीधा हमला
रविवार को दिए गए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने मादुरो पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका शासन न केवल ड्रग तस्करी में शामिल है बल्कि लाखों वेनेजुएलावासियों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर कर चुका है।
ट्रंप ने कहा, “मादुरो प्रशासन ने जेलों और मानसिक संस्थानों से कैदियों को निकालकर अमेरिका भेजा है। उन्होंने हमारे देश में अपराध और अव्यवस्था को बढ़ावा दिया है।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब वेनेजुएला में लोकतंत्र की बहाली हो और मादुरो को सत्ता से हटाया जाए।
अमेरिकी फौज की बड़ी रणनीतिक तैयारी
अमेरिका ने कैरिबियन इलाके में अपने सैन्य ढांचे को दोबारा मजबूत करना शुरू कर दिया है। यह पिछले 35 वर्षों में सबसे बड़ा सैन्य पुनर्गठन (Military Upgrade) है।
जानकारी के अनुसार, अमेरिकी नौसेना ने प्यूर्टो रिको स्थित रूज़वेल्ट रोड्स नौसैनिक अड्डे को फिर से सक्रिय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह ठिकाना वेनेजुएला से लगभग 500 मील की दूरी पर है और शीत युद्ध के दौरान यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण सैन्य केंद्र था। अब इस जगह को फिर से अभियानों के लिए तैयार किया जा रहा है।
नई जगहों पर भी हो रही अमेरिकी गतिविधि
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका केवल रूज़वेल्ट रोड्स तक सीमित नहीं है बल्कि यूएस वर्जिन आइलैंड्स (सेंट क्रॉइक्स) और प्यूर्टो रिको में अन्य एयरबेस को भी अपग्रेड किया जा रहा है।
वहां पर फाइटर जेट्स और ड्रोन की तैनाती की तैयारी चल रही है ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। इन ठिकानों से यह साफ संकेत मिलता है कि अमेरिका, मादुरो सरकार पर हर दिशा से दबाव बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है।
मादुरो पर बढ़ रहे हैं आरोप
अमेरिका लंबे समय से मादुरो को “नार्को-आतंकवादी (Narco-terrorist)” कहता रहा है। उन पर मादक पदार्थों की तस्करी और चुनावों में धांधली जैसे गंभीर आरोप हैं।
2013 से सत्ता में बैठे मादुरो पर आरोप है कि उन्होंने 2019 और 2023 दोनों चुनावों में धांधली की। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर चुनाव निष्पक्ष होते, तो मादुरो को सत्ता से बाहर कर दिया जाता।
विपक्ष का दावा — ‘लोकतंत्र लौटेगा तो नागरिक लौटेंगे’
वेनेजुएला की विपक्षी नेता और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मारिया कोरिना मचाडो ने कहा है कि यदि मादुरो को सत्ता से हटाया गया तो करीब 80 लाख प्रवासी वेनेजुएलावासी अपने देश वापस आ जाएंगे।
उन्होंने कहा, “अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब वेनेजुएला में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए निर्णायक भूमिका निभानी होगी।”
अमेरिका का रुख साफ और सख्त
अमेरिकी प्रशासन का उद्देश्य स्पष्ट है — वेनेजुएला में लोकतंत्र की वापसी और मादुरो शासन का अंत। अमेरिका की सैन्य तैयारियों और ट्रंप के तीखे बयानों से यह संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में वेनेजुएला और कैरिबियन क्षेत्र में बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिल सकती है।
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