राजस्थान में राइट टू हैल्थ बिल के विरोध में चल रही चिकित्सकों की हड़ताल बुधवार को भी रोगियों के लिए परेशानी वाली रही। रोगियों को सरकारी अस्पताल में भी राहत नहीं मिली। उदयपुर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराणा भूपाल अस्पताल में आउटडोर के समय सीनियर डॉक्टर्स के चैम्बर खाली नजर आए और बाहर रोगियों की लम्बी कतार नजर आई। इलाज न होने के कारण मरीज काफी परेशान नजर आ रहे है।
हड़ताल के कारण सुबह 9 से लेकर 11 बजे तक आउटडोर में डॉक्टर्स नहीं बैठे। तब तक मरीज परेशान होते रहे। 11 बजे बाद डॉक्टर्स ने मरीजों को देखना शुरू किया। जिन वार्डों में सीनियर डॉक्टर्स की ड्यूटी लगी थी, उनमें से कई वार्डों में डॉक्टर्स नदारद मिले। पूछने पर कारण बताया गया कि डॉक्टर्स अन्य जगह मरीजों के काम से ही व्यस्त हैं। डॉक्टर्स की हड़ताल के दिनों में सरकारी बाल चिकित्सालय में रोज 2-3 बच्चों की मौत की जानकारी सामने आ रही है। सामान्य दिनों के दौरान नर्सरी में एक से 2 बच्चों की मौत होती थी, हड़ताल के समय ये आंकड़ा 3 से ज्यादा पहुंच गया है।
गौरतलब है कि उदयपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल महाराणा भूपाल अस्पताल में करीब 400 से ज्यादा रेजीडेंट्स डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। ये रेजीडेंट तीन शिफ्ट में राउंड द क्लॉक जिम्मा देख रहे थे। इनकी कमी होने से मेडिकल कॉलेज के टीचिंग स्टाफ डॉक्टर्स और मेडिकल स्टूडेंट की सेवाएं ली जा रही हैं।