मेघालय विधानसभा चुनाव के बाद कोनराड संगमा की सत्ता में दोबारा वापसी हुई है। संगमा की पार्टी एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। एनपीपी ने सबसे ज्यादा 26 सीटें जीती है। मुख्यमंत्री संगमा एक बार फिर भाजपा के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार चलाएंगे। उन्हें 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के दो विधायकों के समर्थन के अलावा निवर्तमान मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को यूडीपी के 11, पीडीएफ के 2, एचएसपीडीपी के 2 और दो निर्दलीय विधायकों ने समर्थन दिया है।
बता दें कि अब मेघालय की नई सरकार में गठबंधन पार्टियों की हिस्सेदारी भी तय कर दी गई है। एनपीपी प्रमुख और निवर्तमान मुख्यमंत्री कॉनराड कनखल संगमा ने बताया है कि सरकार में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) से आठ, यूडीपी के 2 और भाजपा से एक विधायक को कैबिनेट मंत्री पद दिया जायेगा।
एनपीपी प्रमुख संगमा ने सोमवार को विधायक पद की शपथ लेने के बाद कहा कि मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन को मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस-02 कहा जाएगा, क्योंकि नई सरकार के साथी पहली एमडीए सरकार में भी थे। उन्होंने विधान सभा में एमडीए-02 की पहली बैठक में हिस्सा लिया। बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए एनपीपी प्रमुख कॉनराड संगमा ने कहा कि 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में आठ एनपीपी, दो यूडीपी, एक भाजपा और एक एचएसपीडीपी के विधायक शामिल होंगे।
बहरहाल, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 12 मंत्रियों में मुख्यमंत्री समेत सिर्फ चार का चयन गारो पहाड़ से और शेष आठ कैबिनेट मंत्रियों का चयन खासी पहाड़ क्षेत्र से किया जाएगा। मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार तय करने के लिए वह गठबंधन के सभी सहयोगियों से बात करेंगे।

