राष्ट्रीय लोक समता दल के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एक बार फिर जमकर निशाना साधा है। कुशवाहा विरासत बचाओ नमन यात्रा पर निकले हुए है। इस यात्रा की शुरुआत पश्चिम चंपारण के भितिहरवा आश्रम से हुई थी। अररिया के फारबिसगंज में एक प्रेस वार्ता के दौरान कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश पर खूब बरसे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी पार्टी को राजद के हवाले कर दिए है। अपनी पार्टी को गिरवी रखकर राजद के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
जनता भयभीत और दहशत में
उन्होंने कहा कि जदयू में दो चार लोग हैं जो अपनी उल्लू सीधा करने में लगे हुए हैं और अब जदयू का अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया है। उन्होंने इसका मूल कारण नीतीश कुमार के बिहार को गलत रास्ते पर ले जाने का निर्णय बताया। इसी कारण से पार्टी की दुर्गति हो रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी विचारधारा से लैस जननायक कर्पूरी ठाकुर की जो विरासत थी। उस विरासत को बचाने के लिए ही 90 के दशक में लालू प्रसाद बिहार के मुख्यमंत्री बने थे,लेकिन लालू प्रसाद ने अपने ताकत का इस्तेमाल आम जनों के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए किया। जिसकी दुर्गति वह भुगत रहे हैं।
समाजवादी विचारों के कारण ही लालू प्रसाद के राजद शासनकाल के बाद लोगों ने नीतीश कुमार पर अपना भरोसा जताया।लेकिन राजनीति के अंतिम समय में नीतीश कुमार के निर्णय से लोग दहशत में हैं।उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का पहले का कार्यकाल काफी अच्छा रहा, लेकिन अंतिम समय में लिए गए फैसले से जनता भयभीत और दहशत में है।
अपने यात्रा के बारे में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि चंपारण के भीतहरवा आश्रम से यात्रा की शुरुआत की गई थी और लगातार विरासत बचाओ नमन यात्रा का कारवां बढ़ रहा है। इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार की देर रात साहित्यकार स्व. फणीश्वरनाथ रेणु के गांव औराही हिंगना पहुंचकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय में उनके आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद एक सभा को संबोधित कर विरासत बचाओ नमन यात्रा की प्रासंगिकता को लेकर संबोधित किया था।

