Japan Election: जापान की राजनीति में एक नया इतिहास बनने जा रहा है। देश की पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाची ने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) का नेतृत्व चुनाव जीत लिया है। ताकाची अब जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने की दिशा में लगभग तय मानी जा रही हैं। यह उपलब्धि न केवल जापान के लिए बल्कि वैश्विक राजनीति में भी एक बड़ी मिसाल मानी जा रही है।
तीसरे प्रयास में हासिल की कामयाबी
पार्टी नेतृत्व के चुनाव में साने ताकाची ने अपने प्रतिद्वंद्वी फार्म मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी को हराया। रनऑफ मुकाबले में ताकाची को 185 वोट मिले, जबकि कोइज़ुमी को 156 वोट प्राप्त हुए। पहले चरण में कोई उम्मीदवार बहुमत हासिल नहीं कर पाया था।
ताकाची को सांसदों से 149 और प्रांतीय चैप्टरों से 36 वोट मिले। वहीं, कोइज़ुमी को सांसदों से 145 और चैप्टरों से केवल 11 वोट मिले। यह ताकाइची का तीसरा प्रयास था पार्टी नेतृत्व हासिल करने का और इस बार उन्होंने इतिहास रच दिया।
“पुनर्निर्माण सभी पीढ़ियों के सहयोग से ही संभव” – ताकाची
जीत के बाद अपने संबोधन में साने ताकाची ने कहा, “मुझे खुशी से ज्यादा यह एहसास है कि आगे का सफर चुनौतीपूर्ण होगा। पार्टी का पुनर्निर्माण तभी संभव है जब सभी पीढ़ियां मिलकर साथ काम करें। मैं अपनी निजी जिंदगी को पीछे छोड़कर देश के विकास के लिए समर्पित रहूंगी।”
उनका यह बयान उनके समर्पण और दृढ़ नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
ताकाची का प्रधानमंत्री बनना लगभग तय
मध्य-अक्टूबर में जापान की संसद का विशेष सत्र बुलाया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री का औपचारिक चुनाव किया जाएगा। हालांकि, एलडीपी-कोमेइतो गठबंधन के पास दोनों सदनों में पूर्ण बहुमत नहीं है, लेकिन विपक्ष किसी साझा उम्मीदवार पर सहमति नहीं बना पाया है। ऐसे में ताकाची का प्रधानमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।
कोइज़ुमी ने दी बधाई, एकजुटता की अपील
शिंजिरो कोइज़ुमी ने ताकाची को जीत की बधाई दी और पार्टी से नए नेतृत्व के तहत एकजुट होकर काम करने की अपील की। पहले चरण में भी ताकाची 183 वोटों के साथ सबसे आगे रहीं थीं, जबकि कोइज़ुमी को 164 और मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी को 134 वोट मिले थे।
जापान में महिला नेतृत्व की नई शुरुआत
साने ताकाची की जीत जापान में महिला नेतृत्व के नए युग की शुरुआत मानी जा रही है। अब तक देश में किसी महिला को प्रधानमंत्री बनने का अवसर नहीं मिला था। उनकी जीत से उम्मीदें बढ़ गई हैं कि जापान की राजनीति में लैंगिक समानता को एक नया आयाम मिलेगा।
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