Earthquake In Indonesia: इंडोनेशिया के वेस्ट पापुआ क्षेत्र में शुक्रवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 दर्ज की गई। झटकों के तुरंत बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए और इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। फिलहाल किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
GFZ की रिपोर्ट
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ Report ) ने जानकारी दी कि भूकंप का केंद्र वेस्ट पापुआ में था और इसकी गहराई करीब 10 किलोमीटर थी। इस तरह के भूकंप को हल्का से मध्यम श्रेणी का माना जाता है, लेकिन घनी आबादी वाले क्षेत्रों या कमजोर इमारतों में यह नुकसानदेह साबित हो सकता है।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव टीमों को अलर्ट पर रखा है। अधिकारियों का कहना है कि आफ्टरशॉक्स आने की संभावना बनी हुई है। इसी कारण से पुरानी और जर्जर इमारतों से लोगों को हटाया जा रहा है ताकि किसी बड़ी दुर्घटना को रोका जा सके। आपदा प्रबंधन एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं और मेडिकल टीमों को भी तैनात कर दिया गया है।
पैसिफिक “रिंग ऑफ फायर” में स्थित
विशेषज्ञों के अनुसार वेस्ट पापुआ इलाका पैसिफिक रिंग ऑफ फायर में आता है। यह दुनिया का सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र माना जाता है, जहां साल भर छोटे-बड़े भूकंप और ज्वालामुखी की घटनाएं होती रहती हैं। यही कारण है कि इंडोनेशिया अक्सर वैश्विक सुर्खियों में रहता है।
2018 की त्रासदी अभी ताजा
साल 2018 में इंडोनेशिया में आए भीषण भूकंप और सुनामी ने हजारों लोगों की जान ले ली थी। तबाही के उस मंजर से अब भी लोग उबर नहीं पाए हैं। इसी वजह से हर नए भूकंप के झटके लोगों को उस त्रासदी की याद दिला देते हैं और दहशत फैल जाती है।
नागरिकों को दी गई हिदायत
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे शांत रहें और केवल आधिकारिक निर्देशों का पालन करें। अफवाहों से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। राहत एजेंसियां पहले से ही इमरजेंसी उपकरण और हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर चुकी हैं ताकि किसी भी जरूरत पर तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।
विशेषज्ञों की चेतावनी
भूकंप विज्ञानियों का कहना है कि 5.5 तीव्रता का भूकंप भले ही बहुत बड़ा न लगे, लेकिन इसकी लोकेशन और गहराई इसे खतरनाक बना सकती है। अगर आफ्टरशॉक्स आए तो नुकसान की संभावना और बढ़ सकती है। इसलिए सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
इंडोनेशिया का वेस्ट पापुआ इलाका लगातार भूकंपीय गतिविधियों की चपेट में रहता है। 5.5 तीव्रता का यह भूकंप भले ही अब तक बड़े नुकसान का कारण न बना हो, लेकिन प्रशासन और नागरिकों की सतर्कता ही उन्हें सुरक्षित रख सकती है।
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