Delhi News: दिल्ली में एक हाई-प्रोफाइल मामले को लेकर आज पूरे देश की नजरें साकेत जिला अदालत पर टिकी हुई हैं। कारोबारी समीर मोदी, जो भगोड़े ललित मोदी के भाई हैं, उन पर दुष्कर्म और धमकी देने के गंभीर आरोप लगे हैं। इस केस में उनकी जमानत याचिका पर आज सुनवाई होनी है।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
दिल्ली पुलिस ने 18 सितंबर को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) से समीर मोदी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने यह कार्रवाई न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर की थी। इस शिकायत के बाद उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया गया था। गिरफ्तार होने के बाद अदालत ने पहले उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत और फिर एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।
महिला की शिकायत और आरोप
शिकायतकर्ता महिला ने 10 सितंबर को एफआईआर दर्ज कराई थी। एफआईआर में आरोप लगाया गया कि समीर मोदी ने 2019 से शादी का झांसा देकर उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। साथ ही उसने शारीरिक और मानसिक शोषण भी किया।
महिला ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी ने फैशन और लाइफस्टाइल इंडस्ट्री में करियर बनाने का वादा किया और इसी बहाने उसे अपने घर बुलाकर संबंध बनाए। इसके बाद से महिला लगातार ब्लैकमेल और उत्पीड़न का शिकार होती रही।
धमकी देने का भी आरोप
एफआईआर के अनुसार, समीर मोदी ने महिला को कई बार जान से मारने और परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी। यह मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (रेप) और 506 (धमकी) के तहत दर्ज किया गया है।
कोर्ट में अगली कार्यवाही
साकेत कोर्ट की ड्यूटी मजिस्ट्रेट आस्था शर्मा ने साफ कहा है कि आरोपी की जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी। आज यह तय होगा कि समीर मोदी को जमानत दी जाएगी या उन्हें आगे भी जेल में रहना पड़ेगा।
कौन हैं समीर मोदी?
समीर मोदी बिजनेस जगत का जाना-पहचाना नाम हैं। वह ललित मोदी के भाई हैं, जो आईपीएल के पूर्व कमिश्नर और वर्तमान में भगोड़े घोषित किए जा चुके हैं। हालांकि, अब समीर मोदी पर लगे आरोपों ने उनके बिजनेस और सामाजिक छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामला क्यों है हाई-प्रोफाइल?
इस केस को हाई-प्रोफाइल इसलिए माना जा रहा है क्योंकि यह सीधे तौर पर मोदी परिवार से जुड़ा हुआ है। साथ ही इसमें एक बिजनेसमैन और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े पहलू भी सामने आ रहे हैं।
कोर्ट का फैसला
आज का दिन समीर मोदी के लिए बेहद अहम है। अगर कोर्ट से उन्हें जमानत मिलती है तो मामला आगे ट्रायल में जाएगा, लेकिन जमानत याचिका खारिज होने पर उन्हें जेल में ही रहना पड़ेगा। अब देखना यह होगा कि अदालत इस हाई-प्रोफाइल केस में क्या फैसला सुनाती है।
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