रामपुर की सियासत में एक अलग चेहरे के रूप में जाने वाले आजमखान आज एक बार फिर से मुश्किलों में फंस गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने छजलैट मामले में पूर्व सांसद आजम खान और उनके बेटे विधायक अब्दुल्ला आजम को 15 साल पुराने मामले में दोषी करार दिया गया है। हालांकि नेता जी परिवार का विवादों से बड़ा पुराना और गहरा नाता है। अराजकता से लेकर विवादित बयान तो इनकी सियासत में एक सीढ़ी के तरह काम करती है।
दरअसल ये मामला 15 साल पुराना है 29 जनवरी 2008 को छजलैट पुलिस ने पूर्व मंत्री आजम खान की कार को चेकिंग के लिए रोका था जिससे उनके समर्थक आग बवूला हो गए थे। इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था,इस हंगामे में अब्दुल्ला समेत नौ लोगों को आरोपी बनाया गया था।
उसी दौरान पुलिस ने इस मामले में हंगामा करने वाले सभी लोगों पर सरकारी काम में बाधा डालने और भीड़ को उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया था।
आजम खान को सजा मिलने को लेकर वकील नितिन गुप्ता ने बताया कि यह मामला 2008 का था, उस गाड़ी को रोका गया था जिसमें काले शीशे लगे थे। काले शीशों पर फिल्म चढ़ी हुई थी और लाल बत्ती के साथ हूटर भी लगा हुआ था।

