CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर प्रवास के दौरान आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में एक ऐसी बच्ची की पीड़ा सुनी, जिसने सभी का ध्यान खींचा। कक्षा सात की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी, जो आर्थिक तंगी के कारण स्कूल की फीस नहीं भर पा रही थी, मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लेकर पहुंची थी। मुख्यमंत्री ने उसकी बात को न केवल संवेदनशीलता से सुना, बल्कि तत्काल फीस की व्यवस्था कराने का वादा भी किया।
पंखुड़ी की मासूम अपील पर भावुक हुए मुख्यमंत्री
गोरखपुर के कोतवाली क्षेत्र के पुरदिलपुर की रहने वाली पंखुड़ी त्रिपाठी एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाई कर रही है। उसके पिता दिव्यांग हैं और मां दुकान में नौकरी कर परिवार चलाने की कोशिश कर रही हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि स्कूल की फीस चुकाई जा सके।
1 जुलाई को जब नया सत्र शुरू हुआ, तो पंखुड़ी स्कूल जाने के बजाय गोरखनाथ मंदिर स्थित जनता दर्शन में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच गई। उन्होंने जैसे ही कहा,
“महाराज जी, मैं पढ़ना चाहती हूं लेकिन फीस नहीं दे पा रहे हैं। कृपया मदद कीजिए,”
तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठहर गए और बच्ची से आत्मीयता से संवाद किया।
सीएम योगी का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने बच्ची की समस्या जानने के बाद भरोसा दिलाया,
“बिलकुल चिंता मत करो बेटी, पढ़ाई नहीं रुकेगी। अगर स्कूल फीस माफ नहीं करता तो हम खुद उसकी व्यवस्था करेंगे।”
मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि पंखुड़ी की पढ़ाई किसी भी हाल में बाधित नहीं होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हो तो स्कूल से संपर्क कर फीस माफ कराई जाए या सरकारी स्तर पर उसकी भरपाई की जाए।
मुख्यमंत्री के साथ तस्वीर की इच्छा भी हुई पूरी
पंखुड़ी की एक और ख्वाहिश थी कि वह मुख्यमंत्री के साथ एक फोटो खिंचवाना चाहती थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसकी यह मासूम इच्छा भी पूरी की। भावविभोर होकर पंखुड़ी ने कहा,
“महाराज जी जैसा कोई नहीं है। उन्होंने मेरी पढ़ाई बचा ली।”
100 से ज्यादा लोगों की समस्याएं सुनी
सीएम ने जनता दर्शन कार्यक्रम में करीब 100 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को निर्देश दिए कि
- किसी की भी समस्या को नजरअंदाज न किया जाए।
- हर व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।
- जिन लोगों को इलाज में आर्थिक सहायता चाहिए, उनके लिए अस्पताल से इस्टीमेट मंगवाकर सरकार तक भेजा जाए।
शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता की मिसाल
पंखुड़ी त्रिपाठी की मदद कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सरकार जनता की सेवा और बेटियों की शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। यह घटना प्रदेश के लाखों छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए एक प्रेरणा है कि अगर इच्छा शक्ति है, तो सरकार साथ खड़ी है।
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