त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहा है वैसे वैसे चुनावी सरगर्मी भी तेज होती जा रही है। राज्य के सत्ताधारी दल भाजपा लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करने को बेताब दिख रही है। भाजपा चुनाव जीतने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। राज्य के नेताओं से लेकर केंद्र के दिग्गज नेता समेत भाजपा शासित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री लगातार जनसभाएं कर रहे है।
आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा के उनाकोटी जिले के चांदीपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान अमित शाह ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वाम और कांग्रेस का गठबंधन हो गया है। गठबंधन करते ही वाम ने ये स्वीकार कर लिया कि वे BJP से अकेले नहीं लड़ सकते। कांग्रेस की बात ही क्या करनी, जिन कम्युनिस्टों ने सैकड़ो कांग्रेसियों को मार दिया आज उन्हीं के साथ ये इलू इलू कर रहे हैं।”
लेफ्ट धोखेबाज है
इसके अलावा शाह ने लेफ्ट को धोखेबाज़ करार देते हुए कहा कि त्रिपुरा में लंबे समय तक आदिवासियों के साथ धोखा हुआ। आदिवासियों को आगे भी लेफ्ट पार्टियां धोखाधड़ी का शिकार बनाना चाहती है। इसलिए आदिवासियों को धोखा देने वाला लेफ्ट अब लोगों को ठगने के लिए एक आदिवासी नेता को मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश कर रहा है।
अमित शाह ने दावा करते हुए कहा कि त्रिपुरा में अब भाजपा के काम का असर दिखने लगा है और इसलिए वाम और कांग्रेस डरे हुए हैं। कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने त्रिपुरा के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा के शासन में त्रिपुरा में विकास हुआ। हमने सबके विकास के लिए काम किया। बता दें कि रैली को संबोधित करने से पहले आज सुबह गृह मंत्री अमित शाह ने सुंदरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
बहरहाल राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को चुनाव होना है। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को मतदान होगा। इसके बाद तीनों जगह की मतगणना 2 मार्च को होगी।

