एक बार फिर से भारत की राजनीति में कपड़ो के पहनावे पर सियासी तंज कसने का दौर आता दिख रहा है। हाल ही में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) के लुई विटॉन बैग चर्चा में आया था और संसद में उन्हें सियासी तौर पर घेरने का प्रयास किया गया था। वो मसला ठंडा पड़ता उससे पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी कपड़ों के पहनावे की नई नवेली राजनीति में पड़ते दिखाई दे रहे हैँ।
अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) का लुई विटॉन स्कार्फ सुर्खियों में आ गया है. सत्तापक्ष ने सदन में खरगे के स्कार्फ को लेकर सवाल खड़े कर दिए, सदन में पीएम मोदी के भाषण से पहले अडानी मामले को लेकर विपक्ष हंगामा कर रहा था और उसी दौरान पीयूष गोयल ने खरगे के स्कार्फ को लेकर राजनीतिक प्रहार किया है।
बीजेपी सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि ‘व्यक्तिगत मामलों में जेपीसी जांच नहीं हो सकती. उन्होंने आगे कहा, ‘खरगे जी ने आज लुई विटॉन का स्कार्फ पहना है. क्या हमें इस पर भी गौर करने के लिए एक संयुक्त समिति का गठन करना चाहिए? उन्हें दुपट्टा कहां से मिला, किसने दिया और इसकी कीमत कितनी थी?’ गोयल के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा होने लगी है’।
इसी सियासी प्रहार में पूनावाला ने कहा, ‘अगर वे लुई विटॉन का स्कार्फ या बरबरी की टी-शर्ट पहनते हैं और गरीबी के बारे में बोलते हैं तो कोई समस्या नहीं है। यह उनकी मानसिकता है।’

