Noida: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाली आठ लेन की सड़क का निर्माण तय समय से चार महीने पहले पूरा कर लिया गया है। यह सड़क एयरपोर्ट के मुख्य प्रवेश द्वार के रूप में जानी जाएगी और 31 किलोमीटर लंबी लिंक रोड का हिस्सा है। इस परियोजना को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा 200 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है।
पहले ही साल में 5-6 मिलियन यात्रियों के आवागमन की संभावना
31 किलोमीटर लंबी यह लिंक रोड एयरपोर्ट को हरियाणा के बल्लभगढ़ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी। पहले साल इस सड़क पर लगभग 5-6 मिलियन यात्रियों के आवागमन की उम्मीद है। भविष्य में, इसका उपयोग पहले चरण में 12 मिलियन तक यात्री कर सकेंगे।
आठ लेन की सड़क से बेहतर कनेक्टिविटी
इस सड़क का निर्माण दिल्ली, नोएडा और हरियाणा के यात्रियों के लिए एक प्रमुख कनेक्शन प्रदान करेगा। यमुना प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि क्लोवरलीफ इंटरचेंज और एयरपोर्ट की ओर जाने वाली सड़क पूरी तरह तैयार है। हालांकि, संचालन शुरू करने के लिए अभी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की प्रतीक्षा की जा रही है।
पानी और बिजली आपूर्ति की पुख्ता तैयारी
एयरपोर्ट को पानी की आपूर्ति के लिए 13 करोड़ रुपये की लागत से यमुना के तट पर एक जल स्रोत बनाया गया है। फिलहाल इसकी क्षमता 2.5 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) है, जिसे भविष्य में 12 एमएलडी तक बढ़ाया जाएगा। वहीं, बिजली आपूर्ति के लिए सेक्टर-18 और सेक्टर-32 में स्थित सबस्टेशनों से चरणबद्ध तरीके से व्यवस्था की जाएगी। पहले चरण में एयरपोर्ट को 19 मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी, जबकि चौथे चरण में यह खपत 204 मेगावाट तक पहुंच सकती है।
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एयरपोर्ट परियोजना की प्रगति
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण ज्यूरिख एजी की सहायक कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कर रही है। मार्च 2021 में उत्तर प्रदेश सरकार और एयरपोर्ट रियायतग्राही के बीच हुए समझौते के तहत, प्रारंभ में चार लेन की सड़क बनाने का प्रस्ताव था। हालांकि, यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए इसे आठ लेन का बना दिया गया।

