Ghaziabad: गाजियाबाद के यूपी गेट के पास एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने ट्रैफिक पुलिस के सब-इंस्पेक्टर हरिओम राजपूत को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। शुक्रवार को एसीबी की टीम ने टीएसआई को ट्रैप करते हुए ऑटो चालक से 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। इसके बाद टीम ने कौशांबी थाने में मामला दर्ज कर आरोपी को मेरठ ले जाकर न्यायालय में पेश करने की तैयारी की।
प्रति ऑटो 5,000 रुपये की अवैध वसूली का मामला
जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार टीएसआई हरिओम राजपूत पर प्रत्येक ऑटो रिक्शा से 5,000 रुपये प्रति माह वसूलने का आरोप है। खोड़ा निवासी नितिन गुप्ता, जिनके पास 5 ऑटो रिक्शा हैं, ने बताया कि टीएसआई हर ऑटो से मासिक वसूली के नाम पर पैसे मांगता था। नितिन ने कहा कि पैसे देने में जरा सी देरी होने पर टीएसआई चालान काटने और ऑटो सीज करने की धमकी देता था। रिश्वत की इस जबरन वसूली से परेशान होकर नितिन ने एंटी करप्शन ब्यूरो, मेरठ कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।
रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया आरोपी
एसीबी की योजना के अनुसार, ऑटो चालक ने टीएसआई को पैसे देने के लिए तैयार होने की बात कही। टीएसआई ने यूपी गेट के पास ट्रैफिक लाइट पर आकर पैसे लेने को कहा। जैसे ही ऑटो चालक ने टीएसआई को पैसे दिए, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी पर मामला दर्ज और निलंबन की कार्रवाई
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि कौशांबी थाने में मामला दर्ज कर आरोपी को न्यायालय में पेश करने के लिए मेरठ ले जाया गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक) पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि टीएसआई हरिओम राजपूत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और विभागीय जांच की सिफारिश भी की गई है।
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एसीबी की कार्रवाई पर नागरिकों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद क्षेत्र के ऑटो चालकों और स्थानीय लोगों ने एसीबी की कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।