Noida: नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले शातिर अपराधी अंकित अरोड़ा को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी को गौर सिटी के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, अंकित अरोड़ा अब तक डिजिटल मार्केटिंग और शेयर ट्रेडिंग में निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठग चुका है।
कैसे फंसाता था शिकार?
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी ने 15 जनवरी 2024 को एक वादी को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर शेयर ट्रेडिंग में भारी मुनाफा कमाने का लालच दिया। आरोपी ने पीड़ित से 34.82 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। यह ठगी की रकम “डिजी सर्वे टेक्नोलॉजीस एंड रिसर्च इंडिया प्राइवेट लिमिटेड” नाम की फर्जी कंपनी के खाते में जमा की गई, जिसे अंकित ने अपने नियंत्रण में रखा था।
फर्जी कंपनी के जरिये ठगी की साजिश
अंकित अरोड़ा ने अपने नाम पर एक फर्जी कंपनी बनाई और इसके तहत अलग-अलग कर्मचारियों के नाम पर बैंक खाते खुलवाए। इन खातों का उपयोग ठगी की रकम इकट्ठा करने के लिए किया जाता था। जैसे ही किसी ठगी का मामला तूल पकड़ता, वह कंपनी को बंद कर देता और नया ठिकाना ढूंढ लेता।
कई राज्यों में दर्ज हैं मामले
नोएडा पुलिस के अनुसार, अंकित अरोड़ा के खिलाफ दिल्ली, कर्नाटक और गाजियाबाद समेत कई राज्यों में साइबर क्राइम के केस दर्ज हैं। नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर आरोपी के खिलाफ 114 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
पुलिस की कार्रवाई
नोएडा पुलिस ने अंकित अरोड़ा के बैंक खाते से 18.63 लाख रुपये फ्रीज कराए हैं। इसके अलावा, आरोपी की संपत्तियों और अन्य बैंक खातों की जांच की जा रही है। पुलिस ने आरोपी के नेटवर्क और ठगी में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान के लिए अपनी जांच तेज कर दी है।
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आगे की कार्रवाई जारी
नोएडा साइबर क्राइम पुलिस का कहना है कि आरोपी की संपत्ति कुर्क करने और ठगी के पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। आरोपी के खिलाफ दर्ज शिकायतों की विस्तार से जांच की जा रही है