Ghaziabad: गाजियाबाद के निवाड़ी थानाक्षेत्र के मोदीनगर-निवाड़ी मार्ग पर स्थित दिव्य ज्योति डेंटल कॉलेज के हॉस्टल में एमडीएस की छात्रा रेणुका यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह हरियाणा के रेवाड़ी जिले की रहने वाली थी और 15 दिन पहले ही हॉस्टल में रहने आई थी।
सुसाइड नोट में किसी को नहीं ठहराया जिम्मेदार
पुलिस को रेणुका के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने किसी को अपनी मौत का जिम्मेदार नहीं ठहराया। नोट में लिखा है, “मम्मी, मुझे माफ कर देना।”
दो दिन से क्लास में नहीं जा रही थी
बताया जा रहा है कि रेणुका पिछले दो दिनों से बीमार थी और क्लास में नहीं जा रही थी। शनिवार को टीचर्स ने दो छात्राओं को उसे देखने के लिए भेजा, लेकिन दरवाजा बंद मिला। कई बार खटखटाने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला।
दरवाजा तोड़ने पर मिली लटकती हुई लाश
कॉलेज प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दरवाजा तोड़ा। अंदर जाकर देखा तो रेणुका का शव पंखे से लटका हुआ था। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और परिजनों को घटना की जानकारी दी। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि परिजनों के पहुंचने के बाद मामले की आगे की जांच की जाएगी।
डेढ़ साल पहले हुई थी एक और छात्रा की संदिग्ध मौत
दिव्य ज्योति मेडिकल कॉलेज में आत्महत्या का यह पहला मामला नहीं है। जून 2023 में बीएएमएस तृतीय वर्ष की छात्रा लक्ष्मी गुप्ता का शव निवाड़ी रोड स्थित सूर्या एंक्लेव में किराए के मकान की चौखट से लटका मिला था। पुलिस ने पहले इसे आत्महत्या माना था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या के संकेत मिलने पर मामला हत्या का दर्ज किया गया।
पुलिस जांच जारी
लक्ष्मी गुप्ता के मामले में अभी तक पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। छह संदिग्धों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की तैयारी की जा रही है।
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कॉलेज में सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
लगातार दो आत्महत्या के मामलों ने दिव्य ज्योति डेंटल कॉलेज और उसके हॉस्टल में सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य सहायता की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन और छात्र प्रबंधन से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं