Noida: नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट का पहला रनवे पूरी तरह से तैयार हो चुका है। शुक्रवार से एयरपोर्ट पर ट्रायल ऑपरेशंस की शुरुआत होगी, जिसमें रोजाना तीन विमानों की लैंडिंग की जाएगी। अकासा और इंडिगो एयरलाइंस के छोटे-बड़े विमानों का उपयोग करते हुए इस महीने के दौरान करीब 90 बार रनवे पर लैंडिंग और टेकऑफ होगी। इस ट्रायल से रनवे की क्षमता और तकनीकी मापदंडों की जांच की जाएगी। हर दिन की रिपोर्ट नागरिक उड्डयन विभाग को भेजी जाएगी ताकि एयरपोर्ट के सभी तकनीकी मापदंडों को परखा जा सके।
पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में हुआ विकास
एयरपोर्ट का पहला चरण 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित किया गया है। इसमें 3900 मीटर का रनवे, एक टर्मिनल बिल्डिंग और एक एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) टावर शामिल हैं। रनवे और एटीसी का कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि टर्मिनल बिल्डिंग का 95 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है, और फिनिशिंग का कार्य चल रहा है।
कोहरे में सुरक्षित विमान संचालन के लिए आधुनिक उपकरण
एयरपोर्ट पर कोहरे के दौरान भी विमान संचालन को सुरक्षित बनाने के लिए CAT-I और CAT-III उपकरण लगाए गए हैं, जो कोहरे में भी विमान की ऊंचाई और दृश्यता के स्तर की सटीक जानकारी देंगे। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को 25 नवंबर तक विमान ट्रायल की अनुमति मिलने की उम्मीद है। इसके बाद 30 नवंबर को यात्रियों के साथ पहली औपचारिक लैंडिंग होगी।
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पहले दिन 30 विमान सेवाएं होंगी शुरू
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, पहले दिन से ही 30 विमानों की सेवा शुरू की जाएगी। इनमें 25 घरेलू और 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें होंगी, साथ ही 2 कार्गो फ्लाइट्स भी चलाई जाएंगी। अंतरराष्ट्रीय सेवा के लिए लुफ्तहांसा और सिंगापुर एयरलाइंस के साथ करार हो चुका है, जबकि घरेलू सेवा में अकासा और इंडिगो एयरलाइन शामिल होंगी।

