Noida News: नोएडा के मशहूर क्लाउड नाइन अस्पताल में चिकित्सकीय लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सर्जरी के दौरान एक महिला के पेट में 23 सेंटीमीटर लंबी पाइप छोड़ दी गई। सात महीने तक इस गंभीर चूक का पता नहीं चला, बाद में दूसरे अस्पताल में जांच के दौरान इसका पता चला।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली के पटपड़गंज की रहने वाली किरण नेगी की 2 फरवरी, 2023 को क्लाउड नाइन अस्पताल में गर्भाशय फाइब्रॉएड की सर्जरी हुई। सर्जिकल टीम में डॉ. इला गुप्ता और डॉ. विप्लव मुखोपाध्याय शामिल थे। ऑपरेशन के दौरान उनके पेट में एक ड्रेनेज बैग डाला गया था, जिसे चार दिन बाद निकाला जाना था। हालांकि, अगले दिन बैग खाली करते समय नर्सिंग स्टाफ ने गलती से उसे बाहर निकाल दिया, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने इस गंभीर चूक को नजरअंदाज कर दिया।
गंभीर जांच का अभाव
चार दिन बाद छुट्टी मिलने के बाद किरण को पेट में तेज दर्द हुआ। एक हफ्ते बाद जब वह डॉ. इला गुप्ता की ओपीडी में गईं, तो उन्हें बताया गया कि यह केवल मांसपेशियों में दर्द है और उन्हें 6-7 महीने इंतजार करने की सलाह दी गई। उसने डॉ. स्वाति राजपुरे से भी सलाह ली, लेकिन कोई गंभीर जांच नहीं की गई। कई महीनों तक दर्द सहने के बाद आखिरकार किरण दूसरे अस्पताल गई, जहां अल्ट्रासाउंड में उसके पेट में पाइप होने का पता चला।
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अस्पताल प्रबंधक पर FIR
9 अक्टूबर 2023 को दूसरी सर्जरी कर पाइप को निकाला गया, जिससे उसे राहत मिली। अस्पताल प्रबंधक इला गुप्ता, डॉ. विप्लव, डॉ. स्वाति राजपुरे और संबंधित नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ सेक्टर-49 थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। एडिशनल डीसीपी मनीष कुमार मिश्रा के मुताबिक मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही सभी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।