Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इको विलेज-3 सोसायटी में एक बार फिर लिफ्ट से जुड़ी घटना ने स्थानीय लोगों को चिंता में डाल दिया है। इस बार एक 12 वर्षीय बच्चा करीब 20-25 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा और उसे उसके परिजनों ने ही बाहर निकाला। इस घटना ने सोसायटी की मेंटेनेंस टीम की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
इको विलेज 3, बी2 फ्लैट नंबर 604 में रहने वाले आनंद त्रिपाठी ने बताया कि उनका बेटा आर्यन त्रिपाठी आठवीं कक्षा का छात्र है और सोसायटी की 16वीं मंजिल पर ट्यूशन पढ़ने जाता है। रोजाना की तरह दोपहर करीब 2:30 बजे आर्यन ट्यूशन जाने के लिए लिफ्ट में चढ़ा। लेकिन, 15वीं और 16वीं मंजिल के बीच अचानक लिफ्ट बंद हो गई। आर्यन ने तुरंत इमरजेंसी बटन दबाया, लेकिन मेंटेनेंस टीम की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। करीब 20 मिनट तक फंसे रहने के बाद आर्यन ने लिफ्ट में लगे लैंडलाइन फोन से अपने परिजनों को सूचना दी। उसके परिजन मदद के लिए तेजी से सीढ़ियों से ऊपर पहुंचे और किसी तरह लिफ्ट का दरवाजा खोलकर उसे बाहर निकाला।
सहमा हुआ है बच्चा
आनंद त्रिपाठी ने बताया कि घटना के बाद उनका बेटा बुरी तरह सहमा हुआ था और रोता हुआ बाहर आया। उन्होंने यह भी बताया कि लिफ्ट का आकार मात्र 5 गुणा 5 फीट था, जिससे अंदर सांस लेना भी मुश्किल हो गया था। उन्होंने आगे बताया कि यह पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी लिफ्ट गिरकर खराब हो चुकी है, फिर भी मेंटेनेंस टीम लगातार इस मामले को नजरअंदाज कर रही है।
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लिफ्ट सुरक्षा प्रणाली विफल
आनंद ने बताया कि बार-बार होने वाली घटनाओं के बावजूद सोसायटी में लिफ्ट सुरक्षा प्रणाली विफल साबित हुई है। जब मेंटेनेंस टीम से शिकायत की गई, तो उन्होंने सिर्फ यह कहकर मामले को रफा-दफा कर दिया कि वे इंजीनियर से लिफ्ट की मरम्मत करवा देंगे। यह घटना हाई-राइज अपार्टमेंट में लिफ्ट सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।