उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर के रहने वाले एक दिहाड़ी मजदूर के बेटे के IIT धनबाद (IIT Dhanbad) में सेलेक्शन होने के बाद भी फीस जमा नहीं हो पाने के मामले में अब योगी सरकार मदद के लिए सामने आए है. बता दें कि उत्तर प्रदेश की सरकार अब आईआईटी धनबाद में एडमिशन पाने वाले दलित छात्र अतुल कुमार (Atul Kumar) की मदद करेगी. यूपी के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने छात्र अतुल और उनके पिता राजेंद्र कुमार से फोन पर बात की और उन्हें पूरी मदद करने का आश्वासन दिया.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले और दिहाड़ी मजदूर करने वाले के 18 वर्षीय बेटे अतुल कुमार ने, अपनी आखिरी कोशिश में जेईई परीक्षा पास कर ली थी. जिसके बाद उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में सीट अलॉट कर दी गई थी लेकिन इस बीच एक दिक्कत आ गई जिसकी वजह से अतुल को अपनी सीट गंवानी पड़ी. बता दें कि 24 जून को फीस जमा कराने की आखिरी तारीख थी लेकिन अतुल अपनी फीस जमा नहीं करा पाया और इस वजह से उसे अपनी सीट गंवानी पड़ी थी.
समय से फीस न जमा करने पर अटका एडमिशन
तो वहीं अतुल के वकील के मुताबिक उनके पिता राजेंद्र कुमार दिहाड़ी मजदूरी कर के दिन का 450 रुपये कमाते हैं. उन्होंने बताया कि, ” अतुल के लिए 17,500 रुपये का इंतजाम करना बहुत बड़ा काम था. जैसे तैसे पिता ने यह रकम गांव वालों से उधार लेकर जुटाई.” आईआईटी धनबाद के वकील ने दावा किया कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र ने अतुल कुमार को एसएमएस भेजा और आईआईटी ने उन्हें दो व्हाट्सएप चैट के जरिए पेमेंट करने की जानकारी दी थी.
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सीएम योगी ने किया मदद का ऐलान
तो वहीं जब परिवार ने सभी प्रयास कर लिए लेकिन फिर भी अतुल का एडमिशन अटक गया तो परिवार वालों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। तो वहीं सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप और मामले के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आने के बाद सरकार ने छात्र की पूरी मदद करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने तुरंत निर्देश देते हुए छात्र अतुल के लिए हर तरह से सहायता सुनिश्चित करने को कहा।
ऐसे में अतुल कुमार का आईआईटी का शुरुआती खर्च अब समाज कल्याण विभाग उठाऐगा. छात्रवृत्ति योजना के तहत समाज कल्याण विभाग आईआईटी की पूरी फीस स्कॉलरशिप के जरिए देकर मदद करेगा. तो वहीं मंत्री असीम अरुण ने परिवार से बात करने के बाद एडमिशन फीस जमा करने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है.